काठमांडू, आठ सितंबर नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल ने बुधवार को संसद के नए सत्र को बाधित किया और उन 14 सांसदों को निलंबित करने की मांग की जो उनकी पार्टी छोड़कर माधव कुमार नेपाल की पार्टी में शामिल हो गए थे।
संसद के निचले सदन का नौवां सत्र पहले दिन सीपीएन-यूएमएल (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) द्वारा बाधित करने के बाद थोड़े समय के लिए दो बार स्थगित किया गया।
पार्टी ने सीपीएन-यूएमएल के 14 पूर्व सांसदों के निलंबन की मांग करते हुए संसद की कार्यवाही बाधित की। इन सांसदों ने माधव कुमार नेपाल के नेतृत्व में नई पार्टी बना ली।
माधव कुमार नेपाल ने तत्कालीन सीपीएन-यूएमएल को छोड़कर नई पार्टी सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट का गठन कर लिया था जो अब संसद में चौथी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। उनके धड़े ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की गठबंधन सरकार में शामिल होने का फैसला किया था।
इस बीच गृह मंत्री बालकृष्ण खंड ने संसद की तीसरी बैठक में मुख्य विपक्षी दल के विरोध के बावजूद राजनीतिक दलों से जुड़े दूसरे संशोधन विधेयक को पेश किया।
संशोधन विधेयक राजनीतिक दलों के विभाजन से जुड़ा प्रावधान है।
संसद को शुक्रवार तक स्थगित कर दिया गया है।
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