देश की खबरें | कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्या के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत : बुखारी

उन्होंने कश्मीर के युवाओं से अलगाववादी तत्वों से दूर रहने की अपील भी की और ऐसे तत्वों को शांति और विकास में बाधक करार दिया।

बुखारी ने यहां पार्टी के एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से अलग से हुई बातचीत में कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर, खासकर घाटी, के लोगों को निर्दोष हत्याओं के विरुद्ध आवाज उठानी चाहिए, क्योंकि केवल पुलिस और सुरक्षा बल इसे नियंत्रित नहीं कर सकते।’’

बुखारी की मौजूदगी में इसके मुख्यालय में सैकड़ों युवा कार्यकर्ता पार्टी में शामिल हुए और पार्टी को निचले स्तर पर मजबूत करने का संकल्प लिया।

उत्तर कश्मीर में बारामूला जिले के पट्टन इलाके के गोशबग में आतंकवादियों द्वारा हाल ही में की गयी सरपंच मंज़ूर अहमद बांगरू की हत्या के बारे में पूछे गए एक सवाल पर बुखारी ने कहा कि आखिर उसका (सरपंच का) कसूर क्या था, वह (सरपंच) लोगों की सेवा ही तो कर रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘निर्दोष हत्याओं में बंदूकधारियों की पहचान अब छुपी नहीं रहती है। किनके इशारे पर वे निर्दोष लोगों की हत्याएं करते हैं और किन्होंने हत्या की है, यह अब जगजाहिर है। अब बहुत दिनों तक यह सब नहीं चल पाएगा।’’

बुखारी ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने तीन दशक तक हिंसा का दंश झेला है, जिसके कारण युवाओं के शव से कब्रगाह भर गये हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे अलगाववादी तत्वों से दूर रहें। जो हत्या करते हैं और जिनकी हत्याएं होती हैं, वे हमारे अपने ही हैं।’’

अपनी पार्टी नेता ने कहा कि कश्मीर में पिछले तीन साल से पत्थरबाजी की घटना बंद हो गयी है तथा इसका श्रेय यहां के लोगों, खासकर युवाओं को जाता है, जिन्होंने अपनी भावनाओं को नियंत्रित किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह लोगों को निर्दोष लोगों की हत्याओं के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता है और जब ये आवाज उठने लगेगी, तो इस तरह की हत्या नहीं होगी।’’

इस बीच भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रवीन्द्र रैना ने कहा कि सफल आतंकवाद-विरोधी अभियानों द्वारा आतंकी परेशान हैं और पाकिस्तान के इशारे पर कायरतापूर्ण कार्रवाई में शामिल हैं।

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