जयपुर, 27 जनवरी राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन की बैठकों की घटती संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए इन्हें बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
देवनानी, मुंबई के महाराष्ट्र विधान भवन में चल रहे 84 वें पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के पहले दिन आयोजित सत्र को संबोधित कर रहे थे।
सम्मेलन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी मौजूद रहे।
यहां एक आधिकारिक बयान में देवनानी ने कहा कि सदन की घटती बैठकों के कारण सदन में सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा नहीं हो पाती इसलिए संविधान की भावना के अनुसार कार्यपालिका के विधायिका के प्रति उत्तरदायी होने के सिद्धांत को लागू करने के लिए सदन की बैठक की संख्या में वृद्धि करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सदन की समितियों का गठन दलीय आधार पर ना कर सदस्यों की योग्यता, रुचि और विशिष्ट अनुभव को ध्यान रखते हुए किया जाए।
देवनानी ने कहा कि विधानसभा की समितियां महत्वपूर्ण होती है, जिनमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होकर रिपोर्ट तैयार होती है। यह रिपोर्ट कार्य प्रणाली को नयी दिशा दे सकती है इसलिए राजस्थान विधानसभा में समितियों की रिपोर्ट पर सदन में चर्चा कराई जाएगी।
देवनानी ने इस दौरान महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर सहित अन्य राज्यों के विधानसभा अध्यक्षों से भी मुलाकात की।
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