मुंबई, आठ दिसंबर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में राजनीतिक शून्यता को भरने में सक्षम है। उन्होंने राज्य नेतृत्व से अगली पीढ़ी के नेताओं को तैयार करने पर काम करने को कहा।
पवार ने पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि (किसी भी राज्य में) हमेशा एक राजनीतिक शून्यता होती है, जिसे गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) ने भर दिया है।
पवार ने कहा, ‘‘ऐसा खालीपन महाराष्ट्र में मौजूद है और राकांपा एक विकल्प के रूप में उभरकर इसे भर सकती है। हमें भाजपा की विचारधारा का विरोध करने वाली सभी ताकतों को एकजुट करने के लिए काम करना होगा।’’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भले ही निकाय और स्थानीय निकाय चुनाव में विलंब हो रहा है, लेकिन राज्य में राकांपा नेतृत्व को आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए और इस समय का उपयोग नयी पीढ़ी के नेतृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए करना चाहिए।
पवार ने कहा कि राकांपा 17 दिसंबर को मुंबई में राज्य सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करेगी।
कर्नाटक के साथ सीमा विवाद को लेकर पवार ने दावा किया कि मराठी भाषी लोगों के अधिकारों पर महाराष्ट्र के रुख को कर्नाटक में सरकार द्वारा एक अलग स्तर पर ले जाया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में राज्य सरकार ने मराठी भाषी लोगों को दबाने के लिए अपने तंत्र का इस्तेमाल किया और अब वे बेलगावी में अपनी विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित कर रहे हैं।’’
पवार ने कहा कि सीमा पर स्थिति सामान्य हो रही है। उन्होंने कहा कि उन्हें बताया गया है कि महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के घरों के बाहर पुलिस ‘बंदोबस्त’ हटा दिया गया है और क्षेत्र में यातायात सुचारू रूप से संचालित हो रहा है।
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