एनसीबी के समीर वानखेड़े ‘बोगस’ अधिकारी, उनकी नौकरी जाएगी, जेल जाना होगा: नवाब मलिक
स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को निशाना बनाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था.
मुंबई/नागपुर 21 अक्टूबर : स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) को निशाना बनाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था. मलिक ने वानखेड़े को ‘बोगस’ अधिकारी करार देते हुए कहा कि उनके खिलाफ एक बार सबूत बाहर आ जाएं तो वह एक दिन भी सरकारी सेवा में नहीं रह सकते. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एनसीबी ने राजपूत की दोस्त रिया चक्रवर्ती को “झूठे मामले” में फंसाया.
इस बीच, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार द्वारा एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ किसी भी तरह की जांच का आदेश देने का ''कोई सवाल ही नहीं'' है. पाटिल ने नागपुर हवाईअड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि उनके साथी राकांपा नेता तथा राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने अधिकारी के बारे में क्या कहा है, वह इस बारे में जानकारी लेंगे. मलिक ने वानखेड़े की मालदीव और दुबई की यात्राओं को लेकर भी सवाल खड़े किये.
इस बीच, वानखेड़े ने खुद पर लगे सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि वह कभी दुबई नहीं गए. हालांकि उन्होंने केंद्र सरकार से अनुमति लेने के बाद अपने परिवार के साथ मालदीव की यात्रा करने की बात कही. वानखेड़े के नेतृत्व में कुछ दिन पहले एनसीबी ने मुंबई तट के पास एक क्रूज पोत पर छापेमारी कर मादक पदार्थ बरामद किया और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान तथा अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था. मलिक का दावा है कि पोत से कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी का मामला झूठा है और केवल व्हाट्सऐप संदेशों के आधार पर गिरफ्तारी की गई. राकांपा नेता के दामाद समीर खान को भी इस साल जनवरी में मादक पदार्थों के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसे पिछले महीने जमानत दे दी गई.
मलिक ने कहा, “सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद, एनसीबी में एक विशेष अधिकारी को लाया गया. आत्महत्या का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया लेकिन उनकी आत्महत्या या हत्या का रहस्य अभी तक नहीं सुलझा है. लेकिन उसके बाद एनसीबी ने फिल्म उद्योग के साथ खेल खेलना शुरू कर दिया.” उन्होंने कहा कि केवल व्हाट्सऐप संदेशों के आधार पर दर्जनों अभिनेताओं की एनसीबी के सामने परेड करवा दी गई. राकांपा प्रवक्ता ने कहा, “कुछ लोगों को झूठे आरोपों में फंसाने का प्रयास किया गया. कोविड-19 महामारी के दौरान, पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था. वह अधिकारी और उसका परिवार मालदीव और दुबई में क्या कर रहा था? इस पर समीर वानखेड़े को स्पष्टीकरण देना चाहिए.” मलिक ने कहा, “हम मांग करते हैं कि वह स्पष्टीकरण दें कि वह दुबई में क्यों थे.” उन्होंने कहा, “जब पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था तो क्या वानखेड़े का परिवार भी वहां था? वहाँ जाने का उनका क्या मकसद था?” मलिक ने कहा, “हम बिलकुल स्पष्ट हैं. यह सब वसूली मालदीव और दुबई में हुई और मैं वो तस्वीरें जारी करूंगा.” यह भी पढ़ें : Aryan Khan Drugs Case: आर्यन खान संग चैट पर अनन्या पांडे से पूछताछ, पहुंची NCB दफ्तर
वानखेड़े ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान खुद पर लगे सभी आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा, '' मेरी दुबई यात्रा को लेकर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. यह गलत जानकारी है. जिस तारीख को लेकर मंत्री ने मुझ पर दुबई में होने का आरोप लगाया है, उस दिन में मुंबई में था.'' जब वानखेड़े से मालदीव में किसी सेलिब्रिटी से मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं वहां किसी से नहीं मिला था. यह सब अनुमति लेकर किया गया. सबकुछ वैध था. कुछ गलत नहीं किया.’’ जब उनसे मलिक के खबरों में आये इस बयान के बारे में पूछा गया कि वानखेड़े साल के आखिर तक सरकारी सेवा में नहीं रहेंगे, इस पर उन्होंने कहा, ‘‘वह बड़े मंत्री हैं और मैं अदना सा सरकारी सेवक. अगर वह देश की सेवा, ईमानदारी से काम करने और मादक पदार्थ रोधी कार्रवाई के लिए मुझे जेल भेजना चाहते हैं तो मैं इसका स्वागत करता हूं.’’