नागपुर, 14 जून महाराष्ट्र में नागपुर शहर के निकट विस्फोटक पदार्थ बनाने वाले एक कारखाने में विस्फोट होने से छह श्रमिकों की मौत के एक दिन बाद शुक्रवार को कारखाना निदेशक और उसके प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में दोनों को जमानत मिल गयी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने कहा कि ‘चामुंडी एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक जय शिवशंकर खेमका (49) और कारखाने के प्रबंधक सागर देशमुख को गिरफ्तार कर उन्हें आज यहां एक अदालत में पेश किया गया।
हिंगना के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) ने उन्हें 50-50 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
यह कारखाना नागपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर हिंगना थाना क्षेत्र के धमना गांव में है।
पुलिस के अनुसार विस्फोट बृहस्पतिवार को दोपहर करीब एक बजे हुआ था। कुल नौ घायलों को शहर के दो निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था जिनमें से पांच महिलाओं और एक पुरुष की इलाज के दौरान मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक विस्फोट के समय अधिकतर ये श्रमिक कारखाने की पैकेजिंग इकाई में काम कर रहे थे।
पुलिस ने कहा कि कारखाने के निदेशक और प्रबंधक के खिलाफ बृहस्पतिवार रात में भादंसं की विभिन्न संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
उसके अनुसार बाद में नागपुर के रामनगर निवासी खेमका और देशमुख को गिरफ्तार किया गया।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री और नागपुर के सांसद नितिन गडकरी अधिकारियों के साथ विस्फोट स्थल पर गये।
गडकरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ फैक्टरी प्रबंधन ने जान गंवाने वालों के परिवारों को 25-25 लाख रुपये देने का वादा किया है जबकि राज्य सरकार 10-10 लाख रुपये देगी।’’
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेत्तिवार भी घटनास्थल पर गये। उन्होंने मांग की कि जान गंवाने वालों के परिवारों को 35 लाख रुपये का मुआवजा तथा 20,000 रुपये की मासिक पेंशन दी जाए।
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