पुणे, 12 जनवरी शिवसेना (उबाठा) के नेता अंबादास दानवे ने रविवार को कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) एकजुट है लेकिन राज्य में स्थानीय निकाय चुनावों के समीकरण अलग हैं।
शिवसेना (उबाठा) ने घोषणा की है कि वह आगामी स्थानीय निकाय चुनाव अकेले ही लड़ेगी।
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने पुणे में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ महायुति एमवीए को तोड़ने के लिए उत्सुक है।
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने शनिवार को घोषणा की कि वह स्थानीय निकाय चुनाव अकेले ही लड़ेगी। इस कदम से विपक्षी खेमे की एकता पर सवाल उठने लगे हैं।
शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत ने एमवीए गठबंधन में संबंधित राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के लिए अवसरों की कमी और अपनी पार्टी के संगठनात्मक विकास के अधिकार को अकेले चुनाव लड़ने के प्रमुख कारणों के रूप में उद्धृत किया है।
दानवे ने कहा, ‘‘एमवीए एकजुट है। लेकिन, स्थानीय निकाय चुनाव के लिए समीकरण अलग हैं। सत्ताधारी दल हमारे गठबंधन को तोड़ने के लिए आतुर हैं। लेकिन उनकी यह इच्छा पूरी नहीं होगी। ’’
पार्टी नेता आदित्य ठाकरे की मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर दानवे ने कहा, ‘‘यदि लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर उन पर चर्चा की जाए तो उसमें कोई बुराई नहीं है।’’
दानवे ने बीड के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता और राज्य मंत्री धनंजय मुंडे पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, ‘‘बीड में मुंडे के नेतृत्व में अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है। इसलिए यह स्पष्ट है कि ऐसे व्यक्ति को संवैधानिक पद पर नहीं रहना चाहिए।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)