शिवपुरी (मध्यप्रदेश), 27 नवंबर मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के एक गांव में जमीन विवाद को लेकर सरपंच और सात अन्य लोगों ने 30 वर्षीय एक दलित व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। बुधवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने प्रकरण पर संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
अधिकारी ने बताया कि मंगलवार शाम को नारद जाटव पर जानलेवा हमला किया गया क्योंकि उसने और उसके मामा ने इंदरगढ़ गांव में सरपंच पदम धाकड़ के होटल तक उनकी जमीन से सड़क बनाने पर आपत्ति जताई थी। धाकड़ के बेटे और पत्नी समेत आरोपी फरार हैं।
अधिकारी ने बताया कि ब्रिटेन और जर्मनी के दौरे पर गए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ऊर्जा मंत्री और जिले के प्रभारी प्रद्युम्न सिंह तोमर को गांव का दौरा करने और शोकाकुल परिवार की मदद करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने जाटव के परिवार को चार लाख रुपये की सहायता राशि जारी करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि दलित व्यक्ति की हत्या के सिलसिले में आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है। यादव ने अधिकारियों को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अशांति फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में क्रूरता और अराजकता के लिए कोई जगह नहीं है।
इससे पहले एक अधिकारी ने बताया कि सड़क को लेकर हुए विवाद के बाद नारद ने कथित तौर पर एक संयुक्त इस्तेमाल के बोरवेल से होटल तक पानी की आपूर्ति लाइन हटा दी।
कोतवाली थाना के प्रभारी कृपाल सिंह राठौर ने बताया कि धाकड़ और उसके परिवार ने उसे लाठियों से पीटा और उसकी हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि जाटव के परिवार ने मेडिकल कॉलेज में विरोध प्रदर्शन किया, जहां उसका शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया था।
परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की।
राठौर ने बताया कि बाद में पुलिस ने उन्हें शांत किया और सरपंच तथा उसकी पत्नी और बेटों सहित उसके परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
उन्होंने बताया कि आठ आरोपी फरार हैं और उन्हें पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने हत्या की निंदा करते हुए सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘शिवपुरी के इंदरगढ़ में एक दलित युवक की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। दिनदहाड़े हुई इस हत्या के बाद एक बार फिर साबित हो गया है कि मध्यप्रदेश में दलित सुरक्षित नहीं हैं।’’
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसा कोई दिन नहीं है, जब राज्य में दलितों पर अत्याचार की घटना न होती हो।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘‘भाजपा शासन में दबंगों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है और दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार करना उनकी आदत बन गई है।’’
कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में दलितों और आदिवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की भी मांग की।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)