नयी दिल्ली, 19 दिसंबर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित चार लाख से अधिक बैकलॉग रिक्तियों को 2016 से भरा गया है।
उन्होंने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया, ‘‘बैकलॉग आरक्षित रिक्तियों सहित रिक्तियों का होना और उन्हें भरना एक सतत प्रक्रिया है।’’
बैकलॉग भर्ती का मतलब है कि पिछले वर्ष निकाली गई सीधी भर्ती की सीटों में सामान्य, एससी, एसटी और ओबीसी की सीटें किसी कारणवश खाली रह जाती हैं तो अगले वर्ष की भर्ती में पिछली खाली सीटों को बैकलॉग सीट के नाम से भर्ती में दर्शाया जाता है।
कार्मिक राज्य मंत्री सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार के सभी मंत्रालयों और विभागों को निर्देश जारी किए गए हैं कि बैकलॉग आरक्षित रिक्तियों की पहचान करने के लिए एक आंतरिक समिति का गठन करें, ऐसी रिक्तियों के मूल कारण का अध्ययन करें, ऐसी रिक्तियों के कारकों को दूर करने के उपाय शुरू करें और विशेष भर्ती अभियान के माध्यम से उन्हें भरें।
उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रालयों और विभागों द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, एससी, एसटी और ओबीसी उम्मीदवारों के संबंध में आरक्षित चार लाख से अधिक रिक्तियों को 2016 से भरा गया है।’’
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रत्येक मंत्रालय और विभाग को उप सचिव और उससे ऊपर के रैंक के एक अधिकारी को संपर्क अधिकारी के रूप में नामित करना आवश्यक है, ताकि आरक्षण से संबंधित आदेशों और निर्देशों का उचित अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा प्रत्येक मंत्रालय और विभाग को संपर्क अधिकारी के सीधे नियंत्रण में एक विशेष आरक्षण प्रकोष्ठ स्थापित करना होगा जो कर्तव्यों के निर्वहन में उसकी सहायता करेगा।
सिंह ने कहा कि हालांकि रिक्तियों का विवरण संबंधित मंत्रालय और विभाग के तहत संबंधित सरकारी संगठनों द्वारा रखा जाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार के मंत्रालयों और विभागों को समय-समय पर रिक्त पदों को समयबद्ध तरीके से भरने के निर्देश दिए गए हैं।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)