भुवनेश्वर, 29 सितंबर ओडिशा विधानसभा का आठ दिवसीय मानसून सत्र मंगलवार को शुरू हो गया और इसमें कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया गया। वहीं, कई सदस्यों ने सदन की कार्यवाही में डिजिटल माध्यम से हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अपने आवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सत्र में हिस्सा लिया। वहीं, 60 साल से ज्यादा के उम्र के विधायकों समेत भाजपा के कई सदस्यों ने सत्र में लोक सेवा भवन एवं अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों के जिलाधिकारी कार्यालयों से डिजिटल माध्यम से भाग लिया।
जो सदस्य व्यक्तिगत रूप से सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने के लिए आए थे, वे मास्क और फेस शील्ड लगाए हुए थे। एक-दूसरे से दूरी बनाए रखने के लिये उन्हें विधानसभा हॉल, आगुंतक गलियारे और अन्य खंडों में सीट आवंटित की गई।
विधानसभा भवन में कार्यवाही में सिर्फ उन्हीं को हिस्सा लेने की अनुमति दी गई जो कोविड-19 से संक्रमण मुक्त पाए गए हैं। इससे पहले भवन को संक्रमण-मुक्त किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि बीते तीन दिनों में विधानसभा परिसर में चिकित्सकीय जांच के दौरान 19 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। राज्य में अबतक नौ मंत्रियों समेत 51 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
बहरहाल, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर मुख्यमंत्री पटनायक ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, दो मौजूदा विधायकों के निधन एवं कोविड कोविड-19 की ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले स्वास्थ्य पेशेवरों के सम्मान में शोक प्रस्ताव पेश किया।
विधानसभा अध्यक्ष एस एन पात्रो ने उन सदस्यों के सम्मान में सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी,जिनका हाल में निधन हुआ है।
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