नयी दिल्ली, 16 सितंबर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत एक अक्टूबर से जम्मू के तीन दिवसीय दौरे पर रहेंगे. संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद भागवत की जम्मू कश्मीर की यह पहली यात्रा होगी. संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पांच अगस्त, 2019 को तत्कालीन राज्य का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया था और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया गया था.
पदाधिकारी ने भागवत की यात्रा को 'नियमित’ बताते हुए कहा कि यह देश भर में संघ कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए आरएसएस प्रमुख के कार्यक्रम का हिस्सा है. भागवत अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक मुद्दों पर चर्चा के लिए कई बैठकें करेंगे.
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उन्होंने बताया कि संघ के संपर्क कार्यक्रम के तहत भागवत का जम्मू की मशहूर हस्तियों की एक बैठक को भी संबोधित करने का कार्यक्रम है. भागवत बृहस्पतिवार को राजस्थान के चार दिवसीय दौरे पर उदयपुर पहुंचे.