हांगझोउ: अनुभवी टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और रूतुजा भोसले की मिश्रित युगल जोड़ी और पुरुष स्क्वाश टीम के स्वर्ण पदकों की बदौलत भारत ने शनिवार को यहां एशियाई खेलों के सातवें दिन दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक अपनी झोली में डाले. भारत 10 स्वर्ण, 14 रजत और 14 कांस्य से कुल 38 पदक जीतकर चौथे स्थान पर चल रहा है. चीन 114 स्वर्ण, 68 रजत और 38 कांस्य से कुल 216 पदक से शीर्ष स्थान पर काबिज है.
सातवें दिन निशानेबाज सरबजोत सिंह और दिव्या टीएस ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक हासिल किया जबकि भारत के लंबी रेस के एथलीट कार्तिक कुमार और गुलवीर सिंह ने पुरुष 10,000 मीटर रेस स्पर्धा में क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते. Asian Games 2023 Medal Tally: एशियाई खेलों में सातवें दिन के बाद कुछ ऐसा हैं पदक तालिका का हाल, जानें कौनसे स्थान पर भारत
भारत के लिए टेबल टेनिस में शनिवार का दिन ऐतिहासिक रहा जिसमें सुर्तीथा मुखर्जी और अयहिका मुखर्जी ने महिला युगल के सेमीफाइनल में प्रवेश कर ऐतिहासिक टेबल टेनिस पदक पक्का किया. वहीं भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रोमांचक सेमीफाइनल में कोरिया को 3-2 से शिकस्त देकर एशियाड में पहला स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद जीवंत रखी. भारतीय टीम एशियाड में इस स्पर्धा में पहली बार फाइनल में पहुंची है.
लेकिन भारत की शीर्ष भारोत्तोलक और तोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू का अभियान निराशाजनक तरीके से समाप्त हुआ जो महिलाओं की 49 किग्रा स्पर्धा में खुद को चोटिल कर बैठी और चौथे स्थान पर रहीं.
भारतीय हॉकी टीम ने कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चार गोल की बदौलत पूल ए के एकतरफा मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की. बोपन्ना और भोसले ने पहला सेट हारने के बाद वापसी करते हुए चीनी ताइपै के सुंग हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग को 2 . 6, 6 . 3, 10 . 4 से हराकर मिश्रित युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया.
अब भारतीय टेनिस दल कम से कम एक स्वर्ण पदक लेकर लौटेगा. इस बार एशियाई खेलों में टेनिस में भारत की झोली में दो ही पदक गिरे जिनमें साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन का पुरूष युगल का रजत शामिल है. भारत ने टेनिस में 2002 में बुसान में चार, 2006 में दोहा में चार, 2010 में ग्वांग्झू में पांच, 2014 में इंचियोन में पांच और 2018 में जकार्ता में तीन पदक जीते थे.
पुरुष टीम स्क्वाश स्पर्धा में अभय सिंह ने उतार चढ़ाव भरे मैच में गजब का संयम दिखाते हुए नूर जमां को हराकर अपने करियर की सबसे बड़ी फतह हासिल की जिससे शीर्ष वरीय भारत ने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को रोमांचक मुकाबले में 2-1 से हराकर आठ साल बाद स्वर्ण पदक जीत लिया. भारत को लीग चरण में पाकिस्तान से हार मिली थी.
एकल में नासिर इकबाल की जीत के बाद सौरव घोषाल स्कोर को 1-1 से बराबर करने में सफल रहे जिससे स्वर्ण पदक का फैसला अभय और जमां के बीच मुकाबले से होना था. दिन के नायक चेन्नई के अभय रहे जिन्होंने जमां को 3-2 से पराजित किया. भारत ने इंचियोन 2014 चरण में पुरुष टीम स्क्वाश स्वर्ण पदक जीता था जबकि पाकिस्तान ने पिछला स्वर्ण पदक ग्वांग्झू 2010 में जीता था.
अपना जन्मदिन मना रहे सरबजोत और दिव्या 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में चीन की जोड़ी से 14 - 16 से हार गए और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा. भारत ने इन खेलों में निशानेबाजी में छह स्वर्ण, आठ रजत और पांच कांस्य समेत 19 पदक जीत लिये हैं. एथलीट कार्तिक ने 28:15.38 सेकेंड के समय से रजत और गुलवीर ने 28:17.21 सेकेंड के समय से कांस्य पदक जीता.
वहीं 400 मीटर रेस के फाइनल में ऐश्वर्या मिश्रा महिलाओं की स्पर्धा में 53.50 सेकेंड के समय से चौथे स्थान पर रहीं जबकि मोहम्मद अजमल पुरुष स्पर्धा में 45.97 सेकेंड से पांचवें स्थान पर रहे. 1500 मीटर में जिन्सन जॉनसन और अजय कुमार सरोज ने अपनी हीट में क्रमश: 3:56.93 सेकेंड और 3:51.93 सेकेंड का समय निकालकर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया.
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