श्रीनगर, 21 सितंबर जम्मू-कश्मीर जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत जेल में बंद एक धार्मिक नेता को उसकी रिहाई के बाद कथित रूप से सम्मानित किए जाने को लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।
महबूबा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘भाजपा द्वारा जिन धार्मिक नेताओं को अब जेल से रिहा करके सम्मानित किया गया, वे पीएसए के तहत आरोपी थे और सत्तारूढ़ दल ने पहले उन्हें सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।’’
महबूबा एक कथित तस्वीर पर टिप्पणी कर रही थीं जिसमें जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष व भाजपा नेता दरक्षण अंद्राबी हाल ही में जेल से रिहा हुए धार्मिक उपदेशक मुश्ताक अहमद वीरी को सम्मानित करते नजर आ रहे हैं।
वीरी और चार उपदेशकों पर पिछले साल पीएसए के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पीडीपी प्रमुख महबूबा ने पोस्ट में लिखा, ‘‘यद्यपि वे गंदे राजनीतिक खेल में लगे हुए हैं, लेकिन अब यह देखना है कि समान अपराध के आरोपी अन्य प्रचारकों की रिहाई कैसे होती है। इशफाक बुखारी, अब्दुल माजिद डार, मंजूर मिस्बाही और फैयाज शाह अब भी जेल में बंद हैं।’’
अर्पणा संतोष
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