ताजा खबरें | दिल्ली के आश्रय गृह में बच्चों की मौत समेत कई मुद्दे लोकसभा में उठाए गए

नयी दिल्ली, दो अगस्त लोकसभा में शुक्रवार को शून्यकाल के दौरान सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दे उठाए जिनमें दिल्ली के एक आश्रय गृह में कई लोगों की मौत का विषय प्रमुखता से उठा।

भाजपा सांसद योगेंद्र चंदौलिया ने सदन में दिल्ली के रोहिणी के आश्रय गृह का विषय उठाया और आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार इसके लिए जिम्मेदार है।

उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।

चंदौलिया ने यह भी कहा कि जेल से दिल्ली को नहीं चलाया जा सकता। उनका इशारा अरविंद केजरीवाल के जेल में बंद होने और मुख्यमंत्री के रूप में कामकाज करने की तरफ था।

रोहिणी स्थित इस आश्रय गृह में जुलाई महीने में 14 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली सरकार का कहना है कि मरने वाले लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड में ‘‘कई विद्यालयों के नाम उर्दू में लिखे होने और रविवार के बजाय शुक्रवार को छुट्टी होने’’ का विषय उठाया।

उन्होंने कहा कि झारखंड में संविधान खतरे में है।

उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था बदलनी चाहिए और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया जाना चाहिए।

भाजपा सांसद अजय भट्ट, समाजवादी पार्टी के आदित्य यादव, कांग्रेस के राहुल कस्वां और कई अन्य सदस्यों ने अपने क्षेत्र से संबंधित मुद्दे शून्यकाल में उठाए।

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