बर्मिंघम, छह अगस्त आल राउंडर स्नेह राणा की तनावपूर्ण अंतिम ओवरों में कसी गेंदबाजी की बदौलत भारतीय महिला क्रिकेट टीम शनिवार को यहां मेजबान इंग्लैंड को चार रन से हराकर राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में पहुंच गयी।
जीत के लिये 165 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड की टीम तीन विकेट पर 132 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी। मेजबानों को 24 गेंद में महज 33 रन चाहिए थे लेकिन ऑफ स्पिनर राणा (चार ओवर में 28 रन देकर दो विकेट) ने बेहद अच्छी गेंदबाजी की। उन्होंने 18वें ओवर में केवल तीन रन और अंतिम ओवर में नौ रन दिये।
इंग्लैंड की टीम सोफी एक्लेस्टोन के अंतिम गेंद में छक्के के बावजूद 20 ओवर में छह विकेट पर 160 रन ही बना सकी। इस तरह हरमनप्रीत कौर की टीम ने लार्ड्स के मैदान पर 2017 वनडे विश्व कप के फाइनल में मिली हार का बदला चुकता किया।
बल्लेबाजी में जहां स्मृति मंधाना की 32 गेंद में तीन छक्के और आठ चौके जड़ित 61 रन पारी देखने में जितनी लुभावनी लगी, उतनी ही राणा, दीप्ति शर्मा (चार ओवर में 18 रन देकर एक विकेट) और पूजा वस्त्राकर (तीन ओवर में 20 रन) की दबाव में की गयी गेंदबाजी दमदार रही जिसमें ‘लाइन एवं लेंथ’ में कोई गलती नहीं हुई।
हरमनप्रीत ने शेफाली वर्मा से भी गेंदबाजी करायी जिन्होंने 16वें ओवर में घरेलू टीम को 15 रन दे दिये जिसके बाद मुकाबला इंग्लैंड के पक्ष में दिखने लगा था।
लेकिन दीप्ति और राणा ने अगले क्रमश: 17वें और 18वें ओवर में केवल छह रन दिये।
पूजा वस्त्राकर ने हालांकि 19वें ओवर में 13 रन लुटा दिये लेकिन मंधाना और तानिया भाटिया ने मिलकर खतरनाक दिख रही नैट स्किवर को रन आउट कराकर मैच का रूख ही बदल दिया।
फिर राणा ने कम से कम पांच अच्छी गेंद फेंककर भारत के लिये महिला क्रिकेट के शुरूआती चरण में एक पदक पक्का कर दिया।
इससे पहले मंधाना की 61 रन की पारी के अलावा जेमिमा रोड्रिगेज की नाबाद 44 रन की उपयोगी पारी की बदौलत भारत ने पांच विकेट पर 164 रन का स्कोर खड़ा किया।
मंधाना की पावरप्ले में खेली गयी आक्रामक पारी ने इस स्कोर की नींव रखी जबकि रोड्रिगेज (सात चौके) ने 31 गेंद की नाबाद पारी ने इसे बढ़ाने में मदद की।
मंधाना ने इस दौरान महिला क्रिकेट में टी20 अंतरराष्ट्रीय में सबसे तेज अर्धशतक भी जड़ दिया जिसके लिये उन्होंने केवल 23 गेंद खेली।
दीप्ति शर्मा ने 20 गेंद में 22 रन का योगदान दिया।
हालांकि भारत ने पावरप्ले के छह ओवर में 64 रन बना लिये थे जिसे देखकर लगता है कि उनके स्कोर में 15 रन कम रह गये।
भारतीय पारी में पावरप्ले के बाद के 14 ओवरों में 100 रन जुड़े क्योंकि टीम ने मध्य ओवरों में लगातार तीन विकेट गंवाकर लय खो दी थी।
रोड्रिगेज और दीप्ति ने चौथे विकेट के लिये 53 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभायी।
महिलाओं के क्रिकेट में मंधाना के ड्राइव शॉट देखने लायक होते हैं। उनके साथ शेफाली वर्मा (15 गेंद में 17 रन) जब बिना आक्रामकता के खेल रही हों तो आंखों पर विश्वास ही नहीं होता। इन दोनों ने 7.5 ओवर में 76 रन की साझेदारी निभायी।
मंधाना ने कैथरीन ब्रंट पर कवर ड्राइव लगाये जबकि नैट स्किवर, इस्सी वोंग और स्पिनर सारा ग्लेन पर छक्के जमाये। इस तरह उन्हाोंने महज 23 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।
स्किवर के मंधाना को आउट करते ही रन गति कम हो गयी जिसमें कप्तान हरमनप्रीत कौर ने एक चौके और एक छक्के के बावजूद कई डॉट गेंद खेली जिससे उन्होंने 20 गेंद में इतने ही रन बनाये।
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