कोलकाता, 20 दिसंबर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को कहा कि केंद्र तीन आईपीएस अधिकारियों का तबादला करके उनकी सरकार के कामकाज में दखल दे रहा है। साथ ही, उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य सरकार के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए पंजाब, दिल्ली, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों का आभार जताया।
उन्होंने द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) प्रमुख एम के स्टालिन का भी शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने भाजपा शासित केंद्र सरकार द्वारा पश्चिम बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों के तबादले को निरंकुश कदम और संघीय ढांचे के खिलाफ बताया था।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही में आरोप लगाया था कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के इन अधिकारियों के तबादले का केंद्र का आदेश पश्चिम बंगाल के प्रशासन में हस्तक्षेप है।
पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान कांग्रेस शासित हैं, जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी सत्ता में है।
ममता ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘केंद्र पुलिस अधिकारियों का तबादला कर राज्य सरकार के कामकाज में खुल्लमखुल्ला हस्तक्षेप कर रहा है। बंगाल के लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने और देश के संघीय ढांचे के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने के लिए भूपेश बघेल, अरविंद केजरीवाल, कैप्टन अमरिंदर, अशोक गहलोत और एम के स्टालिन को मेरा आभार। आपका धन्यवाद! ’’
उल्लेखनीय है कि इन तीन आईपीएस अधिकारियों पर हाल ही में पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी। राज्य में नड्डा के काफिले पर कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
राज्य की ममता बनर्जी सरकार आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजे जाने संबंधी केंद्र के कदम का विरोध कर रही है।
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