अलीबाग, 22 जुलाई महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में भारी बारिश की वजह से नदियां उफना गई हैं और जिले के कई कस्बों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। वहीं, अलग-अलग घटनाओं में बच्ची समेत तीन लोग नदियों में डूब गए। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि कुंडलिका और सावित्री नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं और इससे क्रमश: रोहा और महाड के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। वहीं, उल्हास नदी का पानी सुबह में कर्जत शहर में घुस आया।
जिला प्रशासन के अनुसार महाड कस्बे में 50 वर्षीय एक व्यक्ति की सावित्री नदी में डूबने से मौत हो गई। वहीं कर्जत तालुका में 40 वर्षीय एक व्यक्ति और उनकी बेटी उल्हास नदी में बह गए।
सावित्री नदी से पीड़ित संजय नारखेड़े को बाहर निकाल अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं दमाड गांव के निवासी इब्राहिम मनियार और उनकी बेटी उल्हास में डूब गए और उनकी तलाश जारी है।
रायगढ़ के कलेक्टर ने नदियों, छोटी नदियों और तटों के निकट रहनेवाले वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी की है। खोपोली के सिद्धार्थनगर और प्रज्ञानगर से 53 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है।
इसी तरह से खालापुर तालुका के जमरूगंगा बौधवाड़ी और बिंधकुर्धा गांव के निवासियों को जिला परिषद विद्यालय भेजा गया है। अधिकारी ने बताया कि भोर-महाड मार्ग पर वारवांडा गांव में बारिश की वजह से भूस्खलन की घटना हुई और वरंधा घाट पर वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया।
कलेक्टर कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार रायगढ़ में पिछले 24 घंटे में सुबह आठ बजकर 30 मिनट तक 165 मिमी बारिश हुई। माथेरन में सबसे ज्यादा 331.40 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं मुरुड में सबसे कम 43 मिमी बारिश दर्ज हुई। जिले में बृहस्पतिवार सुबह तक दर्ज बारिश जिले की सालाना औसत बारिश का 70.39 फ़ीसदी है।
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