मुंबई, 29 जुलाई मुंबई के वर्ली इलाके में 20 जुलाई को तेज गति से जा रही बीएमडब्ल्यू कार की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए 28 वर्षीय व्यक्ति की अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि हादसा खान अब्दुल गफ्फार खान रोड पर वर्ली सीफेस में हुआ था। तब विनोद लाड ठाणे स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी से अपने घर लौट रहे थे। इस कंपनी में वह सुपरवाइजर थे।
विनोद यहां अपने चचेरे भाई के साथ रहते थे।
अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने लाड को अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को भी सूचना दी।
अधिकारी ने बताया, ‘‘शनिवार को मुंबई सेंट्रल के नायर अस्पताल में उनकी मौत हो गई। हमने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो दुर्घटना के समय अपने नियोक्ता को वर्ली स्थित एक पांच सितारा होटल ले जा रहा था। पहले उस पर लापरवाही से गाड़ी चलाकर गंभीर चोट पहुंचाने का आरोप लगाया गया था, लेकिन अब हमने लापरवाही से गाड़ी चलाकर मौत का कारण बनने से संबंधित धारा जोड़ दी है।’’
नौ जुलाई को वर्ली में एनी बेसेंट रोड पर तेज गति से जा रही एक बीएमडब्ल्यू ने एक दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी थी, जिसमें कावेरी नखवा की मौत हो गई थी और उसका पति प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गया था।
आरोपी मिहिर शाह, उसके पिता और उसके पारिवारिक वाहन चालक को साक्ष्य नष्ट करने और जांचकर्ताओं को धोखा देने के कथित प्रयास तथा अन्य अपराधों के लिए गिरफ्तार किया गया।
22 जुलाई को शहर के उत्तर पूर्वी छोर मुलुंड में तेज गति से आ रही ऑडी कार ने दो ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी थी, जिसमें तीन लोग घायल हो गए थे।
19 मई को पुणे के कल्याणी नगर क्षेत्र में नशे की हालत में एक नाबालिग द्वारा चलाई जा रही पोर्श कार ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी, जिसमें मध्य प्रदेश के दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी।
नाबालिग को किशोर न्याय बोर्ड द्वारा नरम शर्तों पर जमानत देने और पुलिस जांच में शराब परीक्षण के लिए रक्त के नमूनों की अदला-बदली सहित साक्ष्यों को नष्ट करने के कई प्रयास किए जाने के बाद मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)