मुंबई, 23 जुलाई राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने महाराष्ट्र में रायगढ़ जिले के इरशालवाडी में बुधवार को हुए भूस्खलन के सिलसिले में अपना तलाश एवं बचाव अभियान बंद कर दिया है। महाराष्ट्र के मंत्री उदय सामंत ने रविवार को यह जानकारी दी।
रायगढ़ के प्रभारी मंत्री सामंत ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिला प्रशासन, अन्य संबंधित प्राधिकारों और स्थानीय लोगों के साथ परामर्श कर यह निर्णय लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि अबतक मलबे से 27 शव निकाले गये हैं, जबकि 57 लोगों के बारे में पता नहीं चला है। उन्होंने बताया कि रविवार को मलबे में कोई शव नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि जिन लोगों के शव निकाले गये हैं, उनमें 12 पुरूष, 10 महिलाएं और चार बच्चे हैं, जबकि एक शव की अबतक शिनाख्त नहीं हो पायी है।
एक सुदूर आदिवासी गांव में 19 जुलाई को रात करीब साढ़े दस बजे हुए भूस्खलन के चलते 48 में से कम से कम 17 मकान मलबे के नीचे दब गये।
एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों ने इरशालवाडी में शनिवार शाम खराब मौसम के चलते तलाश एवं बचाव अभियान बंद कर दिया था, लेकिन चौथे दिन रविवार को इसे फिर से शुरू किया गया था। यह स्थान मुंबई से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
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