मुंबई, 4 अक्टूबर : मुंबई की एक महिला ने अपने पांच हजार रुपये बचाने के लिए गूगल पर खोजे गए एक नंबर को सरकारी हेल्पलाइन समझकर डायल कर दिया और वह कथित रूप से छह लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गई. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि यह मामला बुधवार को उस समय सामने आया जब निजी कंपनी में कार्यरत 31 वर्षीय महिला ने शिकायत दर्ज कराने के लिए घाटकोपर पुलिस थाने से संपर्क किया. अधिकारी ने शिकायत के हवाले से बताया कि घाटकोपर पश्चिम के चिराग नगर की निवासी महिला ने 26 सितंबर को ‘कार्ड विहीन सुविधा’ का उपयोग कर अपने बैंक मोबाइल ऐप से पांच हजार रुपये निकालने की कोशिश की. हालांकि, किसी तकनीकी खामी की वजह से उसे संदेश आया कि उसका पैसा यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के जरिये ‘मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष’ के खाते केरलसीएमडीआरएफ.कोविड@आईसीआईसीआई’ पर चला गया है.
पुलिस ने शिकायत के हवाले से बताया कि अगले दिन महिला ने गूगल सर्च की मदद से यूपीआई के संचालक भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के ‘मुफ्त टोल फ्री’ नंबर की तलाश की. नतीजे में सामने आए नंबर पर भरोसा करके महिला ने फोन किया, दूसरी ओर फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद का परिचय एनपीसीआई बांद्रा शाखा के कर्मी सुरेश के रूप में दिया और कहा कि उसे दूसरे नंबर से फोन कॉल आएगा. अधिकारी ने बताया कि इसके बाद अमित यादव नाम से एक व्यक्ति का फोन आया और उसने शिकायतकर्ता से एक ऐप डाउलनोड करने और सहायता के लिए अपने फोन का स्क्रीन साझा करने को कहा. अधिकारी ने बताया कि उक्त व्यक्ति के झांसे में आकर महिला से अपने खाते, पासवर्ड, पैन संख्या और यूपीआई खाते की जानकारी दे दी. यह भी पढ़ें : Delhi Dengue and Swine Flu Case: दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे डेंगू, चिकनगुनिया और स्वाइन फ्लू के मामले
अधिकारी ने बताया कि जानकारी साझा करते ही महिला के खाते से 93,062 रुपये वीरेंद्र रायकवार नामक व्यक्ति के खाते में हस्तांरित कर दिए गए. उन्होंने बताया कि यादव नामक व्यक्ति ने बताया कि नया खाता खोला गया है और 24 घंटे के भीतर निकाली गई राशि वापस जमा करा दी जाएगी.
अधिकारी ने बताया कि 28 सितंबर को महिला ने एनसीपीआई के ‘ टोल फ्री’ नंबर पर फोन किया और सुरेश शर्मा को बताया कि उसकी राशि 24 घंटे के भीतर वापस नहीं आई है. उन्होंने बताया कि शर्मा ने इसके बाद राकेश कुमार दोसारा नामक व्यक्ति से उसका संपर्क कराया और दोसारा ने भी उसकी जानकारी ली और उसके खाते से पैसे फिर कट गए. अधिकारी ने बताया कि यह घटना कई बार हुई और उसके खाते से 16 सितंबर से 20 सितंबर के बीच छह लाख रुपये उड़ा लिए गए. उन्होंने बताया कि महिला को जब साइबर ठगी का एहसास हुआ तो उसने बुधवार को पुलिस से संपर्क किया. अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज कर प्रकरण की जांच की जा रही है.