देश की खबरें | मध्य प्रदेश : विश्व की सबसे उम्रदराज हथिनी के स्वास्थ्य में सुधार

पन्ना (मध्य प्रदेश), आठ जुलाई मध्य प्रदेश के पन्ना बाघ अभयारण्य में पिछले कई दिनों से बीमार चल रही 100 साल से अधिक उम्र की हथिनी की तबीयत में सुधार हो रहा है और उसने फिर से खाना-पीना शुरू कर दिया है। वत्सला नाम की इस हथिनी का इलाज कर रहे एक वन्यजीव चिकित्सक ने यह जानकारी बृहस्पतिवार को दी।

पन्ना बाघ अभयारण्य के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. संजीव गुप्ता ने संवाददाताओं को बताया कि इस हथिनी ने पिछले कई दिनों से खाना-पीना छोड़ दिया था और उसकी तबीयत खराब हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘उसका उपचार किया गया और अब उसकी तबीयत में सुधार हो रहा है।’’

गुप्ता ने बताया कि इस हथिनी को 1971 में केरल से मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले के बोरी अभ्यारण्य में लाया गया। इसके बाद इस हथिनी को 1993 में पन्ना बाघ अभयारण्य लाया गया।

गुप्ता ने बताया कि उसे इस समय पन्ना बाघ अभयारण्य के गेट के पास बने विशेष पिंजरे में रखा जाता है जहां चिकित्सक उसका इलाज करते हैं। समय-समय पर उसे घुमाने के लिए बाहर भी निकाला जाता है। पिंजरे के सामने ही उसके लिए खाना बनाया जाता है। उसका पाचन तंत्र फिर से खराब न हो, इसके लिए उसे पानी भी उबाल कर दिया जा रहा है।

गुप्ता ने बताया कि वृद्धावस्था के कारण उसे दिखाई देना भी बंद हो गया है। अब वह सिर्फ अपने महावत की आवाज ही पहचानती है।

पन्ना बाघ अभयारण्य के क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि वत्सला हथिनी करीब 105 साल की है। उन्होंने कहा, ‘‘पार्क प्रबंधन उसका पूरा ध्यान रख रहा है।’’

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