देश की खबरें | मध्य प्रदेश: मुख्यमंत्री ने दो लोगों से मारपीट के मामले में एसडीएम को किया निलंबित

भोपाल/उमरिया, 23 जनवरी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को बांधवगढ़ के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) को निलंबित करने का आदेश दिया। उमरिया जिले में एसडीएम के वाहन को ओवरटेक करने को लेकर कथित तौर पर उनकी उपस्थिति में दो लोगों को सड़क पर पीटा गया था।

मुख्यमंत्री यादव ने निलंबन का आदेश देते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि प्रदेश में आम आदमी के साथ ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम उमरिया शहर के बाहरी इलाके में हुई इस घटना के संबंध में पुलिस ने बांधवगढ़ के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) अमित सिंह, तहसीलदार विनोद कुमार, एसडीएम के वाहन चालक नरेंद्र दास पनिका और तहसीलदार के सहायक संदीप सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।

घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसमें एसडीएम की मौजूदगी में दो लोग कथित तौर पर पिटते नजर आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, "दो युवकों की पिटाई की घटना सामने आने के बाद मैंने बांधवगढ़ के एसडीएम को निलंबित करने का निर्देश दिया है। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।"

उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, "राज्य में सुशासन की सरकार है। राज्य में आम आदमी के साथ ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"

एसडीएम ने पहले इस बात से इनकार किया था कि उनके सामने दो लोगों को पीटा गया था। उन्होंने दावा किया था कि उनमें से एक लापरवाही से कार चला रहा था और उनकी सरकारी गाड़ी को टक्कर मारने ही वाला था।

सिविल लाइन पुलिस चौकी प्रभारी अमर सिंह ने बताया कि आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत), 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से रोकना) और 34 (समान इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। शिकायत में पीड़ित प्रकाश दहिया ने दावा किया कि ‘एसडीएम’ लिखे वाहन में बैठे लोगों ने नीचे उतरकर उनकी और कार में सवार शिवम यादव नामक व्यक्ति की पिटाई कर दी।

दहिया ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने उनकी कार के शीशे भी तोड़ दिये।

एसडीएम सिंह ने पहले कहा था कि वह अपने वाहन से अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों का दौरा कर रहे थे क्योंकि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।

उन्होंने कहा कि जिस कार में शिकायती बैठे थे वह तेज गति से आ रही थी और उनके चालक ने किसी तरह टक्कर होने से बचाई। सिंह ने कहा कि दोनों के साथ मारपीट होती हुई देखकर वह अपने वाहन से उतर गए और स्थिति को संभालने की कोशिश की।

हालांकि, उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उनके वाहन में यात्रा कर रहे लोग हमले में शामिल थे।

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