कोटा/जयपुर, 22 अगस्त राजस्थान के विभिन्न इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी के बीच पिछले 24 घंटों के दौरान भारी से अति भारी बारिश के कारण कोटा शहर और आसपास के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। कोटा बैराज से 14 गेट खोलकर अत्यधिक पानी छोड़ा जा रहा है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
अधिकारी ने सोमवार को बताया कि बारिश और कोटा बैराज से छोड़े गए पानी के कारण निचले इलाके पानी में डूब गए हैं, लगभग 60 लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है और स्कूल तथा कोचिंग संस्थान सोमवार को बंद रखा गया।
कोटा बैराज के 19 में से 14 गेट खोलकर अब तक करीब 3.83 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। वहीं, झालावाड़ में कालीसिंध बांध से 2.8 लाख क्यूसेक और झालावाड़ के भीम सागर बांध से 25200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
कोटा के प्रगति नगर में सात फीट लंबा मगरमच्छ बारिश के पानी में देखा गया और उसे बचा लिया गया। मगरमच्छ पानी के रास्ते रिहायशी इलाके में घुस गया और स्थानीय लोगों में दहशत फैल गयी ।
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे के दौरान कोटा और झालावाड़ जिले के छिटपुट इलाकों में अति भारी बारिश दर्ज की गई।
अधिकारियों ने बताया कि इस अवधि के दौरान झालावाड़ के डग में सबसे अधिक 234 मिमी और कोटा शहर में 224 मिमी बारिश दर्ज की गयी।
कोटा जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि राणा प्रताप सागर बांध (चित्तौड़गढ़) और जवाहर सागर बांध (कोटा) के जलग्रहण क्षेत्र में बारिश के कारण चंबल नदी पर कोटा बैराज में जल स्तर बढ़ गया है ।
उन्होंने बताया कि 19 में से 13 गेट कल रात पानी छोड़ने के लिए खोले गए और सोमवार को एक और गेट खोला गया। उन्होंने बताया कि अब तक बैराज से करीब 3.83 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है । अधिकारी ने बताया कि इसी तरह का कदम झालावाड़ में बांधों से अत्यधिक पानी छोड़ने के लिए उठाया गया था।
अधिकारी ने बताया कि कोटा बैराज के गेट खोलने से पहले अलर्ट कर दिया गया था और जब से पानी छोड़ा गया है, कई निचले इलाके पानी में डूब गए हैं।
कोटा प्रशासन ने सोमवार को सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी, जबकि कोचिंग संस्थान भी मौसम की स्थिति के कारण संचालित नहीं हो रहे हैं और बूंदी में भी आज स्कूल बंद रहे।
कोटा के तलवंडी, पुराना कोटा की कॉलोनियों, बजरंग नगर, जवाहर नगर, स्टेशन रोड, बालाजी नगर आदि क्षेत्रों में लोगों को आने-जाने में परेशानी हुई और पानी घरों में घुस गया।
स्थिति को देखते हुए निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है । अधिकारी ने कहा कि कोटा के निचले इलाकों अनंतपुरा, बालाजी नगर, तिरुपति विहार और कौटिल्य नगर से लगभग 60 लोगों को स्थानांतरित किया गया।
कोटा जिला कलेक्टर ओ पी बुनकर ने सोमवार सुबह नयापुरा कच्ची बासित व बालिता रोड सहित निचले इलाकों में क्षेत्र का दौरा किया।
उन्होंने भारी बारिश की चेतावनी और बैराज से पानी छोड़े जाने के मद्देनजर सभी व्यवस्थाओं को तैयार रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए।
कोटा और झालावाड़ के अलावा, बूंदी, बारां, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर, दौसा और करौली के कई इलाकों में भी भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान में व्यापक बारिश हुई है।
विभाग ने सोमवार को पूर्वी राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा और पश्चिमी राजस्थान में छिटपुट स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। राजधानी जयपुर में भी कल शाम से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है।
सं कुंज
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