मुंबई, तीन जुलाई कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद रविवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बहुत समय से इसकी मांग कर रहे थे, लेकिन ऐसा लगता है कि “राज्यपाल डेढ़ साल से सो रहे थे।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राहुल नार्वेकर रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के उम्मीदवार राजन साल्वी को हराया।
कांग्रेस के नाना पटोले के इस्तीफा देने के बाद पिछले साल फरवरी से अध्यक्ष का पद खाली था।
इस साल की शुरुआत में राज्य में तत्कालीन सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के नेताओं ने कोश्यारी से बजट सत्र (मार्च में) के दौरान विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के कार्यक्रम को मंजूरी देने का आग्रह किया था।
रविवार को 288 सदस्यीय सदन का दो दिवसीय विशेष सत्र विधान भवन में शुरू हुआ, जहां नार्वेकर को अध्यक्ष चुना गया।
थोराट ने नार्वेकर को बधाई देते हुए एक बयान में कहा, “अध्यक्ष का चुनाव पारदर्शी तरीके से हुआ। हम काफी समय से राज्यपाल से यही मांग कर रहे थे। ऐसा लगता है कि राज्यपाल डेढ़ साल से सो रहे थे।”
थोराट ने कहा कि जब महाराष्ट्र में एमवीए गठबंधन सत्ता में था तो वे लोकसभा की तर्ज पर अध्यक्ष की नियुक्ति चाहते थे।
कांग्रेस विधायक ने कहा, “हम गुप्त मतदान की प्रक्रिया के मुकाबले पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना चाहते थे। हमने अदालत का दरवाजा खटखटाने की भी कोशिश की, लेकिन उच्चतम न्यायालय ने जल्दी फैसला नहीं लिया।”
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार सोमवार को विधानसभा में शक्ति परीक्षण का सामना करेगी।
पिछले महीने विधायक शिंदे ने बगावत शुरू कर दी थी। पार्टी के ज्यादातर विधायकों ने उनका साथ दिया, जिसके कारण उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार गिर गई।
शिंदे ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के 20वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, जबकि भाजपा के दिग्गज नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
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