नयी दिल्ली, 29 नवंबर विभिन्न मुद्दों पर विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक शुक्रवार को एक बार के स्थगन के बाद पुन: शुरू होने के करीब 10 मिनट के अंदर दोपहर बारह बजकर 10 मिनट पर दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी।
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत 25 नवंबर को हुई थी और विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण पहले सप्ताह में कोई महत्वपूर्ण विधायी कामकाज नहीं हो पाया।
सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया, कांग्रेस और सपा के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस सदस्य अदाणी समूह से जुड़े मामले को उठा रहे थे, वहीं सपा सांसद संभल हिंसा का मुद्दा उठाते देखे गए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की।
हंगामे के बीच ही स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने कुछ पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिए।
बिरला ने इस दौरान नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘देश की जनता चाहती है कि सदन चले। कई माननीय विद्वानों ने लिखा है कि संसद चलनी चाहिए, चर्चा-संवाद होना चाहिए। सहमति और असहमति हमारे लोकतंत्र की ताकत है। मैं आग्रह करता हूं कि जनता की भावनाओं और उनकी आशाओं एवं आकांक्षाओं के अनुसार, आप सदन चलाने में सहयोग करें। आज स्वास्थ्य एवं महिलाओं पर प्रश्नकाल में चर्चा हो रही है। प्रश्नकाल आपका समय है।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘देश की जनता सांसदों और संसद के बारे में चिंता व्यक्त कर रही है। आप सदन चलाने दें। आप अपने स्थान पर जाएं, आपको हर विषय पर नियम-प्रक्रियाओं के तहत चर्चा करने का पर्याप्त अवसर दूंगा।’’
बिरला के बार-बार अपील करने के बाद भी आसन के समीप खड़े कांग्रेस और सपा सांसदों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा नहीं थमने पर लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी।
दोपहर 12 बजे निचले सदन की बैठक फिर शुरू हुई तो पीठासीन सभापति दिलीप सैकिया ने आवश्यक कागजात सदन के पटल पर रखवाए।
विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे।
सैकिया ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर बैठने और कार्यवाही चलने देने की अपील की।
उन्होंने आसन के समीप नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘आपका यह तरीका ठीक नहीं है। आप सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाइए। आपके कारण सदन नहीं चल रहा है, यह देश देख रहा है।’’
शोर-शराबा जारी रहने पर उन्होंने करीब 12 बजकर 10 मिनट पर सदन की बैठक दिनभर के स्थगित कर दी।
संसद के 25 नवंबर से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के हंगामे के कारण लगातार गतिरोध बना हुआ है।
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