नयी दिल्ली, चार अक्टूबर बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने राज्य में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से रविवार को किनारा कर लिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए चुनाव में जद (यू) उम्मीदवारों के खिलाफ अपने प्रत्याशियों को उतारने की घोषणा की।
जद (यू) अध्यक्ष कुमार के साथ अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लोजपा ने भाजपा के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।
लोजपा ने एक बयान में कहा कि पार्टी चाहती है कि भगवा पार्टी राज्य में भविष्य की सरकार का नेतृत्व करे और उसके विधायक इस उद्देश्य के लिए काम करेंगे।
लोजपा के अध्यक्ष चिराग पासवान ने पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की जिसमें राज्य में कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया गया।
राज्य में 28 अक्टूबर से तीन चरणों में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है।
भाजपा पहले ही यह घोषणा कर चुकी है कि राजग नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरेगा और यदि राजग फिर से सत्ता में आया तो कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे।
लोजपा ने एक बयान में कहा, ‘‘जद (यू) के साथ वैचारिक मतभेदों के कारण लोक जनशक्ति पार्टी ने बिहार में गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।’’
बैठक के बाद चिराग पासवान ने कहा, ‘‘हम विजय प्राप्त करेंगे।’’
हालांकि, लोजपा के केन्द्र में राजग का सदस्य बने रहने की संभावना है।
लोजपा के संरक्षक राम विलास पासवान का राष्ट्रीय राजधानी में दिल का ऑपरेशन हुआ है और वह कुछ सप्ताह के लिए अस्पताल में भर्ती रहेंगे।
क्षेत्रीय पार्टी के साथ भाजपा के संबंध सौहार्दपूर्ण रहे हैं, और लोजपा ने यह सुनिश्चित किया है कि वह भगवा पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेगी।
लोजपा ने यह भी कहा कि भाजपा के साथ उसकी कोई ‘‘कटुता’’ नहीं है और उसने अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की है।
राजद, कांग्रेस और वाम दलों के विपक्षी गठबंधन को इस घटनाक्रम से कुछ प्रोत्साहन मिल सकता है।
चिराग पासवान की अध्यक्षता में हुई लोजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में भाजपा के साथ गठबंधन के पक्ष में एक प्रस्ताव पारित किया गया और कहा गया कि उसके विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ मजबूत करने का काम करेंगे।
पार्टी ने कहा कि वह ‘‘बिहार पहले, बिहारी पहले’’ दृष्टि दस्तावेज को लागू करना चाहती थी, जो उसने राज्य के लाखों लोगों के साथ बातचीत के बाद तैयार किया था, लेकिन गठबंधन में इस पर सहमति नहीं बन सकी।
उसने कहा, ‘‘लोकसभा में भाजपा के साथ हमारा मजबूत गठबंधन है।’’
लोजपा ने कहा कि वह 243 सीटों वाली विधानसभा के चुनावा में 143 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
जद (यू) और लोजपा के बीच कई मुद्दों को लेकर लंबे समय से तनातनी चल रही थी।
बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 28 अक्टूबर, तीन नवम्बर और सात नवम्बर को होंगे। मतगणना 10 नवम्बर को हेगी।
लोजपा ने 2015 के चुनाव में 42 सीटों पर चुनाव लड़ा था और दो सीटों पर जीत दर्ज की थी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)