रायपुर, 15 जनवरी : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले के सिलसिले में राज्य के पूर्व आबकारी मंत्री और कांग्रेस विधायक कवासी लखमा को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. संघीय जांच एजेंसी ने पिछले साल 28 दिसंबर को मामले से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत छत्तीसगढ़ के रायपुर, सुकमा और धमतरी जिले में कवासी लखमा और उनके बेटे हरीश से जुड़े ठिकानों पर छापे मारे थे. इसके बाद, ईडी ने मामले में लखमा और उनके बेटे से पूछताछ भी की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने लखमा (71) को पूछताछ के लिए बुधवार को पचपेड़ी नाका क्षेत्र में स्थित अपने कार्यालय बुलाया था, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. सूत्रों के मुताबिक, लखमा को चिकित्सा जांच के बाद अदालत में पेश किया जाएगा. इससे पहले, ईडी ने एक बयान में दावा किया था कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन के दौरान आबकारी मंत्री रहे लखमा शराब ‘घोटाले’ में अपराध की आय के मुख्य प्राप्तकर्ता थे. यह भी पढ़ें : सरकार 125 सीसी तक के दोपहिया वाहनों पर जीएसटी को 18 प्रतिशत करेः हीरो मोटोकॉर्प सीईओ
जांच एजेंसी ने आरोप लगाया था कि लखमा को “शराब घोटाले से अर्जित अपराध की आय से मासिक आधार पर नकद में बड़ी रकम” हासिल होती थी. ईडी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला 2019 से 2022 के बीच हुआ था, जब राज्य में भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार का शासन था. कोंटा (सुकमा जिला) से छह बार विधायक रहे लखमा उस समय आबकारी मंत्री थे. जांच एजेंसी ने दावा किया था, “छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के परिणामस्वरूप राज्य के सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ और शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेब में अपराध से अर्जित 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की आय गई.”