जम्मू, 24 नवंबर: जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने मंगलवार को नवें सिख गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. सिन्हा ने कहा, “गुरु तेग बहादुर की शिक्षा और उनका बलिदान, मानव सभ्यता के एक मूलभूत सिद्धांत को रेखांकित करता है जिसके अनुसार सभी को मुक्त होकर जीने का अधिकार है." उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान आगामी पीढ़ियों को यह महत्वपूर्ण संदेश देता है कि उन्हें लोगों की श्रद्धा, विश्वास और अधिकारों की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए.
उप राज्यपाल ने कहा कि इस पवित्र दिवस पर सभी को दूसरों की सेवा करने का संकल्प लेना चाहिए. उन्होंने कहा, “शांतिपूर्वक सह अस्तित्व तथा एक दूसरे की धार्मिक भावनाओं के प्रति सम्मान होने से व्यक्ति का उत्थान होता है और समाज में समरसता आती है.” गुरु तेग बहादुर का जन्म एक अप्रैल 1621 को हुआ था.
उन्होंने हिन्दुओं, सिखों, कश्मीरी पंडितों और गैर मुस्लिमों का इस्लाम में बलात मतांतरण का विरोध किया था. मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर 1675 में आज के दिन दिल्ली में उनकी हत्या कर दी गई थी.