नयी दिल्ली, 12 सितंबर एक बार निकाय के 100 से अधिक वकीलों ने उच्चतम न्यायालय के महासचिव को एक पत्र भेजकर मामले दायर करने, उन्हें सूचीबद्ध करने और अन्य मुद्दों में उनके सामने आ रही प्रक्रियात्मक कठिनाइयों के संबंध में शिकायत की है।
‘सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन’ (एससीएओआरए) ने 137 सदस्य वकीलों द्वारा हस्ताक्षरित अपने पत्र में “समयसीमा की कमी और गड़बड़ी की जानकारी देने तथा उसे ठीक करने की प्रक्रिया में देरी” सहित अन्य मुद्दे उठाए हैं।
इस देरी में सर्वोच्च न्यायालय की रजिस्ट्री द्वारा मामला ऑनलाइन दायर करने तथा डायरी नंबर तैयार होने के बाद त्रुटियों को ठीक करने में की गई देरी भी शामिल है।
प्रतिवेदन में मामला दर्ज होने के बाद उसके सत्यापन में होने वाली अन्य प्रक्रियागत देरी का भी उल्लेख किया गया।
इसमें महासचिव से कहा गया कि मानक संचालन प्रक्रियाओं की आवश्यकता है जिसके तहत उन्हें याचिकाओं में दोषों को सूचित करते हुए ई-मेल भेजा जाना चाहिए।
ज्ञापन में कहा गया कि पेपर-बुक, याचिका से संबंधित रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों की ‘स्कैन’ की गई प्रतियों को अद्यतन करने में समयबद्धता की कमी और देरी हुई है।
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