जरुरी जानकारी | कोविड-19, बाढ़ के बाद भी असम में उपभोक्ताओं को रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित की गयी: बीपीसीएल

गुवाहाटी, एक अगस्त सरकारी कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने शनिवार को कहा कि उसने कोरोना वायरस महामारी तथा बाढ़ की दोहरी चुनौतियों के बाद भी असम में उपभोक्ताओं को रसोई गैस (एलपीजी) की आपूर्ति सुनिश्चित की है।

कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों तक नावों के जरिये रसोई गैस के सिलिंडर भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिलिंडरों की आपूर्ति करते समय उसके कर्मचारी कोरोना वायरस महामारी के प्रसार की रोकथाम के लिये सुरक्षित आपसी दूरी का भी पालन कर रहे हैं।

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अधिकारी ने कहा, ‘‘हमारे डिलिवरी बॉय कड़ी मेहनत करना जारी रखे हुए हैं। वे बरपेटा जिले के कलगछिया क्षेत्र में लगभग 12 हजार ग्राहकों और तेंगागांव में दो हजार ग्राहकों, गोलपारा के लखीपुर इलाके में 13 हजार ग्राहकों, दारांग के धनसिरिकश और खारुपेटिया में लगभग 8,500 ग्राहकों तथा नगांव के बोरगुली में 3 हजार ग्राहकों तक सिलिंडर पहुंचाने के लिये नावों का उपयोग कर रहे हैं।’’

कंपनी के एक बयान के अनुसार, वे (आपूर्ति करने वाले) बीमारी के प्रसार को रोकने के लिये सभी एहतियाती मानदंडों का पालन करते हुए एलपीजी सिलिंडर की होम डिलिवरी सुनिश्चित कर रहे हैं।

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बीपीसीएल ने कोरोना वायरस महामारी और बाढ़ की समस्याओं के बावजूद प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (पीएमयूवाई) के 6.27 लाख लाभार्थियों को मुफ्त सिलिंडर वितरित किया है।

कंपनी ने सुदूर स्थानों पर सिलिंडर पहुंचाने के लिये ग्रामीण स्तर के 50 उद्यमियों के साथ समझौता किया है।

बयान में कहा गया है कि नुमालीगढ़ रिफाइनरी बॉटलिंग प्लांट से एलपीजी सिलिंडर की आपूर्ति की जाती है। कंपनी ने कहा, ‘‘नुमालीगढ़ रिफाइनरी बॉटलिंग प्लांट में सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया जाता है। रसोई गैस की कमी नहीं हो पाना सुनिश्चित करने के लिये इस संयंत्र ने लॉकडाउन की पूरी अवधि के दौरान परिचालन चालू रखा।’’

कंपनी ने कहा कि उसने हाल ही में व्हाट्सएप बुकिंग और भुगतान सेवा शुरू की है, ताकि ग्राहकों के लिये ऑर्डर करना सुविधाजनक बनाया जा सके।

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