ईटानगर, 11 अप्रैल अरुणाचल प्रदेश के एक विधायक ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश के विभिन्न क्षेत्रों में पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के साथ हो रहे नस्लीय भेदभाव और हमलों को रोकने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के चलते पिछले कुछ दिनों में पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों पर हमले की घटनाएं सामने आई थीं।
विधायक निनोंग एरिंग ने पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों के साथ हुए दुर्व्यवहार पर चिंता प्रकट की और कहा कि इससे देश की नैतिकता को ठेस पहुंची है।
एरिंग ने पत्र में लिखा, “कोविड-19 महामारी के कारण पूर्वोत्तर के लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इससे देश की नैतिकता को ठेस पहुंच रही है। उन्हें ‘कोरोना’ या ‘वायरस’ कहा जा रहा है।”
मणिपुर की एक महिला ने हाल ही में आरोप लगाया था कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में एक अज्ञात व्यक्ति ने उस पर थूका और उसे “कोरोना” कहा।
एक अन्य घटना में पूर्वोत्तर के दो छात्रों को हैदराबाद के सुपर मार्केट में घुसने नहीं दिया गया था।
इन दोनों घटनाओं का उल्लेख करते हुए पासीघाट पश्चिम से विधायक एरिंग ने कहा, “आज जब एक होने की आवश्यकता है तब देश में इस प्रकार का भेदभाव देख कर मेरा दिल रोता है। भारत ने सभी प्रकार के नस्लीय भेदभाव को समाप्त करने के अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया था।”
एरिंग ने प्रधानमंत्री से नस्लीय भेदभाव की घटनाओं की निंदा करने का आग्रह किया।
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