मथुरा में तीन वर्षीय बालक को मंदिर में छोड़कर फरार हुए अपहरणकर्ता, 20 लाख रुपए फिरौती की हुई थी मांगी
मथुरा में एक गांव के मंदिर के पास तीन वर्षीय उस बच्चे का पता लगा लिया गया है, जिसका राया में उसके घर से बाहर से अपहरण कर लिया गया था. माना जा रहा है कि पुलिस की नाकाबंदी से डर कर अपहरणकर्ता बच्चे को शनिवार तड़के गांव में छोड़ गए. उन्होंने कहा कि बच्चा अभी घबराया हुआ है इसलिए अपहरणकर्ताओं के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहा है.
मथुरा, 9 मई: मथुरा (Mathura) में एक गांव के मंदिर के पास तीन वर्षीय उस बच्चे का पता लगा लिया गया है, जिसका राया में उसके घर से बाहर से अपहरण कर लिया गया था. माना जा रहा है कि पुलिस की नाकाबंदी से डर कर अपहरणकर्ता बच्चे को शनिवार तड़के गांव में छोड़ गए. गौरतलब है कि राया निवासी राजस्व पटवारी राजेंद्र कुमार (Rajendra Kumar) के बच्चे का अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी.
बच्चे का पता लगाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने पुलिस की छह टीमें बनाई थीं.
उन्होंने कहा, "चूंकि कोरोना वायरस संकट के चलते जिले की सभी सीमाएं सील हैं, इसलिए हमें अंदाजा था कि अपहरणकर्ता बच्चों को लेकर जिले से दूर नहीं गए होंगे. हो सकता है कि वे उसे लेकर आसपास के ही किसी गांव में छिपे हों."
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ग्रोवर ने बताया कि बच्चा सकुशल मिल गया है तथा अपहरणकर्ताओं की तलाश की जा रही है. थाना प्रभारी राया सूरज प्रकाश शर्मा ने कहा, "हमें सुबह साढ़े छह बजे सूचना मिली कि सादाबाद पुलिस चौकी क्षेत्र के कंबिका गांव के पास एक बच्चा अकेले देखा गया है." उन्होंने बताया कि बच्चा मंदिर के निकट मिला. उन्होंने कहा कि बच्चा अभी घबराया हुआ है इसलिए अपहरणकर्ताओं के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता पा रहा है.
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