चंडीगढ़, 12 जून हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में स्थित संत कबीर और गुरु रविदास की जन्मस्थली के लिए रविवार को राज्य के लोगों के वास्ते मुफ्त तीर्थयात्रा की घोषणा की।
खट्टर ने यह भी घोषणा की कि यहां उनके आधिकारिक निवास को ‘संत कबीर कुटीर’ के नाम से जाना जाएगा।
उन्होंने रोहतक में आयोजित राज्य-स्तरीय संत कबीर दास जयंती समारोह में कहा कि राज्य से संत कबीर की जन्मस्थली वाराणसी तक की यात्रा करने वालों के रेल किराये की प्रतिपूर्ति की जाएगी।
खट्टार ने कहा, ‘‘वाराणसी संत कबीर और गुरु रविदास की जन्मभूमि है। जो लोग तीर्थ यात्रा करना चाहते हैं, उनके रेल किराये की प्रतिपूर्ति की जाएगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे आधिकारिक आवास का नाम संत कबीर कुटीर होगा।’’
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अनुसूचित जाति और पिछड़े समुदायों की धर्मशालाओं में पांच किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर 75 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य में एक स्वास्थ्य संस्थान या विश्वविद्यालय का नाम संत कबीर के नाम पर रखा जाएगा।
खट्टर ने कहा, ‘‘भक्ति आंदोलन के संत कबीर धार्मिक एकता के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने मानव जाति को प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। उनके अनुयायी आज भी उनके आदर्शों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने 'संत-महापुरुष विचार सम्मान और प्रसार योजना' शुरू की है, जिसके तहत महान संतों और व्यक्तित्वों की जयंती पर राज्य स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
खट्टर ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार हर गरीब, शोषित और वंचित व्यक्ति को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अनुसूचित जाति के बच्चों की मदद करने के लिए छात्रवृत्ति के साथ-साथ मुफ्त कोचिंग भी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के उलट, उनकी सरकार योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरी देती है और इसमें कोई पक्षपात नहीं होता है।
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