
Kerala Protest: केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता वी.डी.सतीसन ने सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य की वाम सरकार मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने वालों को बचाने की कोशिश कर रही है और इसलिए न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट पर जांच की पहल नहीं कर रही. राज्य सरकार द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए विशेष टीम गठित किए जाने के एक दिन बाद सतीसन ने सवाल किया कि क्यों जांच टीम में महिला आईपीएस अधिकारी के ऊपर पुरूष अधिकारी तैनात किए गए हैं.
अपने निर्वाचन क्षेत्र उत्तरी परवूर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए सतीसन ने कहा, ‘‘विपक्ष की मांग है कि हेमा समिति के समक्ष बयान देने वाली पीड़िताओं के बयान के आधार पर जांच के लिए वरिष्ठ महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की जानी चाहिए. लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जांच के संबंध में जारी विज्ञप्ति में हेमा समिति का उल्लेख तक नहीं किया गया.’’ राज्य सरकार ने रविवार को महानिरीक्षक (आईजी) सप्रजन कुमार के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम का गठन किया जिनमें चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को शामिल किया गया है. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार ने रुख अपनाया है कि वह उसके द्वारा गठित समिति के समक्ष दिए गए आधिकारिक बयान और सबूतों की जांच नहीं कराएगी.
सतीसन ने कहा, ‘‘सरकार का यह रुख अस्वीकार्य है.’’उन्होंने कहा कि यहां तक अदालत ने सवाल किया है कि हेमा समिति की रिपोर्ट के आधार पर जांच में क्या बाधा है. सती�B0%E0%A4%B9%E0%A5%80-+%E0%A4%B8%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A4%A8 https%3A%2F%2Fhindi.latestly.com%2Fagency-news%2Fkerala-government-protecting-sexual-harassers-in-malayalam-films-satheesanr-2281792.html',900, 600)" title="Share on Whatsapp">