नयी दिल्ली, एक अप्रैल भाजपा ने शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यायपालिका के खिलाफ केजरीवाल की टिप्पणी से संकेत मिलता है कि वह या तो अपना विवेक खो रहे हैं या फिर भविष्य के लिए अपनी जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि जांच एजेंसियां धीरे-धीरे दिल्ली सरकार के ‘‘भ्रष्टाचार’’ का पर्दाफाश कर रही हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या केजरीवाल को अपनी गिरफ्तारी का भी डर है, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जिस तरह से जांच के दौरान चीजें धीरे-धीरे सामने आ रही हैं, उससे कई संभावनाएं हो सकती हैं।’’
केजरीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई कुछ करता है तो वह जानता है कि उसने क्या किया है।’’
इससे पहले, केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री के मुद्दे पर गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले ने लोगों को ‘‘स्तब्ध’’ कर दिया है और उनकी शैक्षणिक योग्यता के दावों पर ‘‘संदेह’’ को और बढ़ा दिया है।
यहां एक अदालत द्वारा आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया की जमानत अर्जी खारिज किए जाने के बाद पार्टी ने शुक्रवार को इस फैसले से असहमति व्यक्त की और आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री नहीं चाहते कि सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल से बाहर आएं।
वहीं, सुधांशु त्रिवेदी ने दावा किया, ‘‘विपक्षी दल जिस तरह भारत के लोकतंत्र और देश की न्याय व्यवस्था का अपमान करने की सारी हदें पार कर रहे हैं, उससे पार्टी (भाजपा) को पीड़ा हो रही है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी, जिसका भ्रष्टाचार धीरे-धीरे सामने आ रहा है, वह अपने बचाव के लिए राजनीतिक विमर्श के सबसे निचले स्तर तक गिर गई है।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ‘‘तथ्यों के आधार पर जिस तरह धीरे-धीरे भ्रष्टाचार साबित हो रहा है, वह (केजरीवाल) शायद पागल होने की कगार पर पहुंच गए हैं या भविष्य की किसी रणनीति को ध्यान में रखकर जमीन तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।’’
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