विदेश की खबरें | जो बाइडन ने अपने पुत्र हंटर को माफ करने से जुड़े सवाल टाले
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

बाइडन से यह सवाल तब किये गए जब वह राष्ट्रपति के तौर पर अंगोला की अपनी पहली यात्रा पर थे।

राष्ट्रपति भवन में अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ लौरेंको के साथ एक बैठक के दौरान संवाददाताओं द्वारा पूछे गए सवालों को हंसी के साथ टालते हुए बाइडन ने अंगोला के प्रतिनिधिमंडल से कहा "अमेरिका में स्वागत है।"

प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि बाइडन की अफ्रीका यात्रा के दौरान प्रेस द्वारा सवाल पूछना पूर्वनिर्धारित नहीं था और उन्होंने पिछले महीने राष्ट्रपति-चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद से पत्रकारों के साथ किसी भी तरह के संवाद से परहेज किया है।

बाइडन के अपने बेटे के पिछले 11 वर्षों में किए गए कृत्यों के लिए उसे पूरी तरह से माफ़ी देने के फैसले ने वाशिंगटन में राजनीतिक हंगामा खड़ा कर दिया है, क्योंकि राष्ट्रपति ने पूर्व में बार-बार जनता से कहा था कि वह अपने परिवार के सदस्यों के लाभ के लिए अपनी असाधारण शक्तियों का उपयोग नहीं करेंगे। बाइडन ने दावा किया कि उनके अपने न्याय विभाग द्वारा उनके बेटे पर मुकदमा चलाना ‘‘न्याय का उपहास’’ था।

बाइडन के अपने पुराने रुख से पलटने की डेमोक्रेटिक पार्टी के कई नेताओं ने भी आलोचना की।

जून में, जब बाइडन के बेटे पर डेलावेयर बंदूक मामले में मुकदमा चलाया जा रहा था तब बाइडन ने पत्रकारों से कहा था, "मैं जूरी के फैसले का पालन करूंगा। मैं ऐसा करूंगा और मैं उसे माफ नहीं करूंगा।’’

जुलाई में, जीन-पियरे ने पत्रकारों से कहा था, ‘‘यह अभी भी नहीं है। और मेरे पास जोड़ने के लिए और कुछ नहीं है। क्या वह अपने बेटे को माफ करेंगे? नहीं।’’

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