देश की खबरें | राजस्थान उपचुनाव में भाजपा को झटका, वल्लभनगर में चौथे स्थान पर रही

जयपुर, दो नवंबर राजस्थान में दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव परिणाम मुख्य विपक्षी दल भाजपा के लिए अच्छे नहीं रहे। पार्टी ने इन चुनाव में न केवल एक सीट गंवाई बल्कि वह वल्लभनगर सीट पर तो चौथे स्थान खिसक गयी ।

राज्य की वल्लभनगर (उदयपुर) व धरियावद (प्रतापगढ़) विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए हुए मतदान की गिनती मंगलवार को हुई। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने दोनों ही सीटें बड़े अंतर से जीती । धरियावद सीट का सवाल है तो यहां भाजपा तीसरे स्थान पर रही। यहां कांग्रेस के नगराज मीणा जीते जिन्हें 69819 (39.16 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं निर्दलीय थावरचंद को 51094 (28.66 प्रतिशत) व भाजपा के खेत सिंह को 46487 (26.08 प्रतिशत) वोट मिले।

कांग्रेस ने यह सीट भाजपा से छीन ली है और साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में धरियावद सीट भाजपा के गौतम लाल मीणा ने जीती थी। गौतमलाल ने कांग्रेस के नगराज मीणा को 23842 मतों से पराजित किया था। गौतम लाल का कोरोना वायरस संक्रमण के कारण निधन हो गया था जिसके बाद इस पर चुनाव कराया गया है। यहां दिवंगत भाजपा विधायक गौतम लाल मीणा के पुत्र कन्हैया मीणा ने पार्टी द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा दाखिल किया, हालांकि बाद में पार्टी ने उन्हें नामांकन वापस लेने के लिये मना लिया।

वहीं वल्लभनगर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हिम्मत सिंह झाला 21433 (11.71 प्रतिशत) मतों के साथ चौथे स्थान पर रहे। इस सीट पर कांग्रेस की प्रीति सिंह शक्तावत ने 65713 (35.9 प्रतिशत) मतों के साथ जीत दर्ज की। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के उदयलाल डांगी दूसरे स्थान पर रहे जिन्हें 45107 (24.65 प्रतिशत) वोट मिले।

निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने वाले भाजपा के पूर्व विधायक और जनता सेना के प्रमुख रणधीर सिंह भिंडर को 43817 (23.94 प्रतिशत) मत मिले ।

कांग्रेस के लिए राहत की बात है कि उसने यह सीट न केवल जीती बल्कि जीत का अंतर भी बड़ा कर लिया। 2018 के विधानसभा चुनाव कांग्रेस उम्मीदवार गजेंद्र शक्तावत केवल 3719 वोटों से जीते थे, लेकिन अब उनकी पत्नी प्रीति शक्तावत ने 20606 मतों से जीत दर्ज की है।

उल्लेखनीय है कि 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वल्लभनगर पर कांग्रेस के गजेंद्र सिंह शक्तावत जीते थे। उनका निधन होने से यह सीट खाली हो गई। कांग्रेस की विजयी उम्मीदवार प्रीति शक्तावत, गजेंद्र सिंह की पत्नी हैं।

आंकड़ों के अनुसार दोनों सीटों पर हुए मतदान में से 37.51% मत कांग्रेस के खाते में गए जबकि भाजपा को 18.80% प्रतिशत मत मिले। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सहित अन्य उम्मीदवारों को 41.84% मतदाताओं ने वोट डाले।

वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने विधानसभा उपचुनाव में पार्टी की हार को स्वाभाविक व परिस्थितिजन्य बताया है । पूनियां ने ट्वीट किया, ' यह पराजय स्वाभाविक है; परिस्थितिजन्य है और स्थानीय समीकरण तथा मुद्दों पर निर्भर थी।'

इसके साथ ही पूनियां ने लिखा,' हमें मनोबल और आत्मविश्वास बनाए रखते हुए और आलोचनाओं से बच कर सीख और सबक़ लेकर आगे बढ़ना है। जब हम सत्ता में थे, तब भी हम उपचुनावों में पराजय से सबक लेकर आगे बढ़े हैं।'

आज के परिणाम से 200 सीटों वाली राज्य विधानसभा में कांग्रेस पार्टी की सीटें 106 से बढ़कर 108 हो गई हैं। विधानसभा में भाजपा की 71 सीटें हैं जबकि 13 निर्दलीय विधायक हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन जबकि माकपा व भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो दो विधायक हैं।

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