जमशेदपुर, 12 जनवरी झारखंड में पिछले साल दिसंबर में सरायकेला-खरसावां जिले में एक व्यक्ति की कथित तौर पर भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) किए जाने संबंधी मामले की जांच के लिए राज्य के अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
अखिल भारतीय अल्पसंख्यक कल्याण मोर्चा के प्रवक्ता सरफराज हुसैन ने एक पत्र में आदित्यपुर में शेख ताजुद्दीन की हत्या की न्यायिक जांच की मांग की थी, जिसके बाद झारखंड अल्पसंख्यक आयोग ने इस घटना का संज्ञान लिया है।
आयोग के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कहा, ‘‘हमने शनिवार को खान की अध्यक्षता में चार सदस्यीय टीम का गठन कर मामले की जांच करने का फैसला किया है।’’
खान ने कहा कि टीम घटना का विवरण प्राप्त करने के लिए मृतक के परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए सोमवार को कपाली का दौरा करेगी।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य अल्पसंख्यक आयोग (जेएसएमसी) की टीम इस संबंध में कार्रवाई रिपोर्ट का विवरण प्राप्त करने के लिए कपाली टाउन काउंसिल सभागार में जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक भी करेगी।
आठ दिसंबर को आदित्यपुर थानांतर्गत सपरा में अज्ञात व्यक्तियों के एक समूह ने ताजुद्दीन की कथित तौर पिटाई की थी जिसकी वजह से वह गंभीर रूप से घायल हो गया और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
खान ने कहा कि जेएसएमसी ने पिछले साल 26 दिसंबर को सरायकेला-खरसावां जिले के पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।
पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लुनायत ने बुधवार को कहा था कि उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (सरायकेला) को जांच सौंपी गई है और रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
हालांकि, चार आरोपियों ने यहां एक अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था।
पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि घटना के करीब एक हफ्ते बाद अस्पताल में इलाज के दौरान ताजुद्दीन की मौत हो गई थी।
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