वेलिंगटन, नौ अक्टूबर विदेश मामलों के मंत्री एस जयशंकर ने न्यूजीलैंड के साथ द्विपक्षीय क्रिकेट रिश्तों की सराहना करते हुए कहा है कि देश में इस खेल के विकास में योगदान के लिए भारत हमेशा पूर्व कोच जॉन राइट और स्टीफन फ्लेमिंग का आभारी रहेगा।
आधिकारिक यात्रा पर न्यूजीलैंड आए जयशंकर ने कहा कि क्रिकेट के मैदान पर दोनों देशों के बीच सहयोग उदाहरण है जिसका अन्य देश अनुसरण कर सकते हैं।
जयशंकर ने कहा, ‘‘हमारे पास क्रिकेट के क्षेत्र में सहयोग का भी अच्छा उदाहरण है। भारत में कोई भी कभी जॉन राइट को नहीं भूलेगा या जो आईपीएल मैच देखता हो वह स्टीफन फ्लेमिंग की अनदेखी नहीं कर सकता। क्रिकेट के साथ हम सभी को शुभकामनाएं देते हैं फिर भले ही हम चाहते हैं कि हमारी टीम जीते।’’
राइट 2000 से 2005 तक भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रहे। वह भारतीय टीम से जुड़ने वाले पहले विदेशी कोच थे। उन्होंने 2010 से 2012 तक न्यूजीलैंड टीम को भी कोचिंग दी। उनके मार्गदर्शन में भारत 2003 में एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में पहुंचा जिसकी मेजबानी दक्षिण अफ्रीका, जिंबाब्वे और कीनिया ने संयुक्त रूप से की थी।
वह 2013 में इंडियन प्रीमियर लीग टीम मुंबई इंडियन्स के कोच भी रहे और टीम ने उनके मार्गदर्शन में खिताब जीता। वह इसके बाद सात साल तक आईपीएल की सबसे सफल टीम के साथ काम करते रहे।
संन्यास के बाद फ्लेमिंग 2008 में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से खेले। वह अगले साल टीम के खिलाड़ी सह कोच बने।
फ्लेमिंग के मार्गदर्शन में सुपरकिंग्स ने शुरुआती छह साल में दो आईपीएल खिताब जीते और दो बार टीम उप विजेता रही। टीम ने इस दौरान एक बार चैंपियन्स लीग टी20 खिताब भी जीता। सुपरकिंग्स के दो साल के प्रतिबंध के बाद वापसी करने पर उन्होंने भी 2018 में कोच के रूप में वापसी की।
उनके मार्गदर्शन में टीम ने 2018 और 2021 में दो और आईपीएल खिताब जीते और उन्हें टी20 टूर्नामेंट के सबसे सफल कोच में शुमार किया जाता है।
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