लखनऊ, नौ जुलाई उत्तर प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूरे जोर पर है। रविवार को प्रदेश में बड़े पैमाने पर 'अत्यधिक' बारिश दर्ज की गई। पिछले कई दिनों से जल भरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा होने से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। मौसम विभाग ने इसकी जानकारी दी ।
मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में रविवार को औसतन 13.6 मिमी (1.3 सेमी) बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य से 56% अधिक है। इसे 'अतिरिक्त' वर्षा के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के कुल 75 जिलों में से करीब 68 में बारिश दर्ज की गई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में राज्य के मध्य एवं पूर्वी हिस्सों के जिलों की तुलना में अधिक बारिश हुई।
रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सहारनपुर जिले के नकुड़ में सबसे ज्यादा 15 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई, इसके अलावा बरेली के बहेड़ी में 13 सेंटीमीटर, संभल, बेहट (सहारनपुर), मुरादाबाद और सहारनपुर में आठ-आठ, बागपत के बड़ौत, फिरोजाबाद के जसराना में साथ-साथ मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, बरेली के नवाबगंज और मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना में छह-छह सेंटीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई।
राजधानी लखनऊ में बारिश के कारण कई हिस्सों में जलभराव हो गया। इससे यातायात बाधित हुआ।
प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश और बदली होने की वजह से पिछले 24 घंटों के दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान आगरा, मुरादाबाद, मेरठ, और कानपुर मंडलों में दिन का तापमान सामान्य से नीचे रिकॉर्ड किया गया।
अगले 24 घंटों के दौरान भी राज्य के ज्यादातर स्थानों पर वर्षा होने का अनुमान है। आगामी 11 और 12 जुलाई को भी राज्य के ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में व्यापक वर्षा होने से गंगा, रामगंगा, यमुना और राप्ती सहित नदियों का जल स्तर बढ़ गया है लेकिन अभी वह खतरे के निशान से नीचे है।
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