विदेश की खबरें | इजराइली सांसद के पवित्र स्थल में प्रवेश करने से अशांति की स्थिति पैदा हुई

यरुशलम के ओल्ड सिटी मुस्लिम क्वार्टर के मध्य से इजराइली लोगों द्वारा रविवार को एक मार्च निकाला जाना था और इस मार्च से पहले पूरे शहर में इजराइल के लगभग तीन हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।

इजराइल का कहना है कि 1967 के मध्य-पूर्व युद्ध में पुराने शहर सहित पूर्वी यरुशलम पर इजराइल के कब्जे का जश्न मनाने के लिए मार्च का आयोजन किया गया था।

इजराइल पूरे यरुशलम पर अपनी राजधानी के रूप में दावा करता है। लेकिन फलस्तीन इस मार्च को उकसावे की कार्रवाई बता रहा है।

यहूदियों और मुसलमानों के एक पवित्र स्थल को लेकर रविवार को अशांति की स्थिति पैदा हो गई।

परिसर में अल अक्सा मस्जिद है, जो इस्लाम का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है। यहां यहूदियों का भी सबसे पवित्र स्थल है।

एक विपक्षी दल के नेता इतामार बेन-गवीर ने रविवार तड़के अपने कई समर्थकों के साथ परिसर में प्रवेश किया जिससे अशांति का माहौल पैदा हो गया।

इजराइल के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख, कोबी शबताई ने कहा कि उनके जवान ‘‘हर स्थिति’’ से निपटने के लिए तैयार थे और जरूरत पड़ने पर उन्होंने ‘‘तत्काल और पेशेवर’’ कार्रवाई की।

उन्होंने कहा, ‘‘हम दंगाइयों को कानून व्यवस्था की स्थिति खराब नहीं करने देंगे।’’

एपी

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