ड्रोन भेजे जाने को इजराइल और लेबनान के बीच उनकी समुद्री सीमा को लेकर अमेरिका की मध्यस्थता वाली वार्ता को प्रभावित करने की हिज्बुल्लाह की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। इस समुद्री सीमा में भारी मात्रा में प्राकृतिक गैस पाई जाती है।
इजराइल ने एक बयान में कहा कि विमान का जल्द ही पता लगा लिया गया। इस घटना को लेकर इजराइल के कार्यवाहक प्रधानमंत्री यैर लैपिड ने कड़ी चेतावनी दी है।
लैपिड ने शुक्रवार को कार्यभार संभालने के बाद राष्ट्र को पहली बार संबोधित करते हुए कहा, ‘‘इस क्षण मैं आपके सामने खड़ा होकर गाजा से लेकर तेहरान तक, लेबनान के तटों से लेकर सीरिया तक हमें नष्ट करने की कोशिश कर रहे हरेक से कह रहा हूं: हमारी परीक्षा मत लीजिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इजराइल को पता है कि उसे हर खतरे, हर दुश्मन के खिलाफ अपनी ताकत का इस्तेमाल कैसे करना है।’’
इजराइल ने इस महीने की शुरुआत में करिश गैस फील्ड में एक गैस रिग की स्थापना की है। इजराइल का कहना है कि यह गैस फील्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त उसके आर्थिक जल क्षेत्र में आती है, लेकिन लेबनान का दावा है कि यह विवादित जलक्षेत्र में है।
हिज्बुल्लाह ने एक संक्षिप्त बयान जारी करके पुष्टि की कि उसने एक टोही मिशन पर करिश क्षेत्र में विवादित समुद्री क्षेत्र की ओर बिना शस्त्र के तीन ड्रोन भेजे थे। उसने कहा, ‘‘मिशन पूरा हुआ और संदेश मिल गया।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)