नयी दिल्ली, 11 मई देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने तेल की मांग बढ़ने के साथ अपनी रिफाइनरियों का परिचालन स्तर बढ़ाकर करीब 60 प्रतिशत कर दिया है। ‘लॉकडाउन’ (बंद) में कुछ रियायतों से ईंधन की मांग में धीरे-धीरे वृद्धि देखी जा रही है।
अबतक ईंधन मांग बहुत कम होने के कारण कंपनियों ने रिफाइनरी की परिचालन दर कम कर 30 से 40 प्रतिशत कर दी थी।
आईओसी ने एक बयान में कहा कि उसकी इस माह के अंत तक रिफाइनरी के परिचालन को उसकी क्षमता के 80 प्रतिशत पर ले जाने की योजना है।
कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन’ को देखते हुए आईओसी और अन्य रिफाइनरी कंपनियों ने अपनी रिफाइनरी की रफ्तार कम कर दी थी। इस दौरान कल-कारखानों में कामकाज ठप होने, वाहन, रेल और हवाई यातायात बंद होने से ईंधन की मांग काफी घट गयी थी।
बयान के अनुसार, ‘‘पेट्रोलियम उत्पादों की मांग धीरे-धीरे बढ़ने के साथ आईओसी ने अपनी रिफाइनरियों में कई प्रसंस्करण इकाइयां दोबारा से शुरू की हैं। लॉकडाउन के कारण ये इकाइयां बंद कर दी गयी थी।’’
आईओसी ने कहा, ‘‘उत्पादन धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है। फिलहाल रिफाइनरियां अपनी क्षमता के करीब 60 प्रतिशत पर काम कर रही हैं। इसे इस माह के अंत तक बढ़ाकर 80 प्रतिशत तक करने की योजना है।’’
लॉकडाउन पाबंदियों में ढील से अब ईंधन की मांग धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। पहले ग्रामीण क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों को परिचालन की अनुमति दी गयी और उसके बाद एक राज्य से दूसरे राज्यों में वाहनों तथा कुछ ट्रेनों को चलाने की अनुमति से ईंधन की मांग बढ़ रही है।
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