विदेश की खबरें | अमेरिका के प्रभावशाली सांसदों ने भारत-अमेरिका के बीच मजबूत रिश्तों की वकालत की
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

वाशिंगटन, 22 सितंबर अमेरिका के प्रभावशाली सांसदों ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रिश्तों की वकालत करते हुए इस दिशा में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के योगदान को रेखांकित किया है।

अमेरिकी कैपिटल (संसद परिसर) में बुधवार को आयोजित भारत के स्वतंत्रता दिवस समारोह में पश्चिम वर्जीनिया के डेमोक्रेट सीनेटर जो मैनचिन ने अपने भारत दौरे को याद करते हुए बताया कि ‘कैसे उन्होंने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की महानता को प्रत्यक्ष रूप से देखा और महसूस किया।’

मैनचिन ने कहा, “अगर भारतीय समुदाय के लोग पश्चिम वर्जीनिया में अपनी सेवाएं देने नहीं आते तो क्षेत्र के अधिकतर ग्रामीण हिस्से में आज स्वास्थ्य देखभाल सुविधा उस तरह उपलब्ध नहीं होती जैसी आज है।”

उन्होंने कहा कि अमेरिका के ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर भारतीय-अमेरिकी चिकित्सक ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं।

‘‘अमेरिकन एसोसिशन ऑफ फिजिशियन्स ऑफ इंडियन ओरिजिन’’ (एएपीआई) ने ‘‘अमेरिकन हिंदू कोएलिशन और फेडरेशन ऑफ इंडिया एंड इंडियन डायसपोरा स्टडीज’’ के साथ मिलकर इस समारोह का आयोजन किया था।

समारोह में मिसिसिप्पी की रिपब्लिकन सीनेटर सिंडी हाइड-स्मिथ ने भी भारत और अमेरिका के बीच मजबूत रिश्तों की अहमियत पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “ये रिश्ते न केवल चिकित्सा और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, बल्कि हर क्षेत्र में दोनों देशों के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी हैं।”

पश्चिम वर्जीनिया की सीनेटर शेली कैपिटो ने उल्लेख किया कि कैसे भारतीय-अमेरिकी समुदाय उनके प्रांत के सांस्कृतिक अनुभव को समृद्ध करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

वहीं, अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि दोनों देशों के बीच करीबी संबंध हैं, जो दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के नेतृत्व की बदौलत और मजबूत हो रहे हैं।

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