नयी दिल्ली, पांच सितंबर अनाज की बढ़ती कीमतों के कारण खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में भी ऊंची बनी रहने की आशंका है, जो जुलाई में 15 महीने के उच्चस्तर 7.4 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
अगस्त के मुद्रास्फीति के आंकड़ों की घोषणा 12 सितंबर को होगी।
सूत्रों ने हालांकि कहा कि टमाटर जैसी सब्जियों की कीमतों में गिरावट, गैर-बासमती चावल के निर्यात पर प्रतिबंध और घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कटौती के कारण सितंबर से इसमें नरमी आने की उम्मीद है।
पिछले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी कहा था कि केंद्रीय बैंक को उम्मीद है कि सितंबर से मुद्रास्फीति कम होगी।
उन्होंने कहा था, ‘‘हमें उम्मीद है कि समग्र मुद्रास्फीति सितंबर से कम होने लगेगी। अगस्त में एक बार फिर मुद्रास्फीति बहुत अधिक होगी, लेकिन हमें उम्मीद है कि सितंबर से महंगाई दर कम हो जाएगी।’’
दास ने कहा था कि टमाटर की कीमतें पहले ही गिर चुकी हैं और अन्य सब्जियों की खुदरा कीमतें भी इस महीने से कम होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि आरबीआई आठ सितंबर को वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) की समीक्षा कर सकता है।
केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने प्रणाली से एक लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी को बाहर निकालने के लिए सीमित अवधि के लिए 10 प्रतिशत वृद्धिशील नकद आरक्षित अनुपात लागू किया था।
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