जरुरी जानकारी | भारत की पहली ‘किसान रेल’ को महाराष्ट्र के देवलाली से हरी झंड़ी दिखाई गई

मुंबई, सात अगस्त केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए देश की पहली ‘किसान रेल’ को हरी झंड़ी दिखाकर महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित देवलाली से बिहार के दानापुर के लिए रवाना किया।

इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि किसान रेल से सस्ती दरों पर कृषि उत्पादों, खासतौर से जल्दी खराब होने वाली उपज के परिवहन में मदद मिलेगी, और यह पहल किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने में सहायक होगी।

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तोमर ने कहा कि भारतीय रेलवे ने कोविड-19 महामारी के बीच देश भर में खाद्य पदार्थों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 96 मार्गों पर 4,610 रेलगाड़ियों का संचालन किया।

इस आयोजन की अध्यक्षता करने वाले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की भलाई के लिए कई उपाए किए हैं और इससे देश के किसान आत्मनिर्भर व समृद्ध होंगे।

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इस आभासी समारोह में रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी, महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल भी शामिल हुए।

किसान रेल एक साप्ताहिक सेवा है, जो हर शुक्रवार को देवलाली से सुबह 11 बजे चलेगी और अगले दिन शाम पौने सात बजे दानापुर पहुंचेगी।

वापसी में यह रेलगाड़ी प्रत्येक रविवार को दानापुर से दोपहर 12 बजे रवाना होगी और अगले दिन शाम पौने आठ बजे देवली पहुंचेगी।

एक फेरे में यह रेलगाड़ी 31.45 घंटे में कुल 1,519 किलोमीटर की दूरी तय करेगी तथा इस दौरान नासिक रोड, मनमाड, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, कटनी, मानिकपुर, प्रयागराज, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन और बक्सर में रुकेगी।

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