नयी दिल्ली, 29 अक्टूबर : केरल के मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता पिनराई विजयन ने रविवार को कहा कि यह चौंकाने वाला है कि इजराइल-हमास संघर्ष में तत्काल मानवीय संघर्ष विराम के आह्वान वाले प्रस्ताव पर भारत संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान से दूर रहा. यहां माकपा के धरने में भाग लेते हुए विजयन ने आरोप लगाया कि फलस्तीनी लोगों के नरसंहार की निंदा न करके भारत इसमें ‘‘सहभागी’’ बन रहा है.
उन्होंने कहा, ‘‘यह वास्तव में चौंकाने वाला है कि भारत सरकार इजराइल का समर्थन करते हुए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव पर चर्चा से दूर रहने की हद तक चली गई है. हम इस गठजोड़ के सहयोगी बनने के स्तर तक गिर गए हैं.’’ विजयन ने कहा, ‘‘आज हम जो देख रहे हैं वह फलस्तीनी लोगों का नरसंहार है. निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं. अगर हम इस नरसंहार की निंदा नहीं करते हैं तो हम इसमें भागीदार बन रहे हैं.’’
केरल के मुख्यमंत्री ने तत्काल युद्धविराम का भी आह्वान किया. पोलित ब्यूरो और केंद्रीय समिति के सदस्यों सहित माकपा के वरिष्ठ नेताओं ने फलस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए रविवार को यहां पार्टी मुख्यालय पर धरना दिया.
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