मीरपुर, 11 जुलाई दीप्ति शर्मा और शेफाली वर्मा की फिरकी के जादू से भारत ने मंगलवार को यहां कम स्कोर वाले दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में बांग्लादेश को आठ रन से हराकर तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की विजयी बढ़त बना ली।
ऑफ स्पिनर सुल्ताना खातून ने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 21 रन देकर तीन विकेट चटकाए जिससे बांग्लादेश ने भारत को आठ विकेट पर 95 रन पर रोक दिया जो मेजबान टीम के खिलाफ महिला टी20 में उसका न्यूनतम स्कोर है ।
हालांकि भारत ने दीप्ति (12 रन पर तीन विकेट) और शेफाली (15 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी से बांग्लादेश को 20 ओवर में सिर्फ 87 रन पर ढेर कर दिया।
बांग्लादेश की टीम एक समय पांच विकेट पर 86 रन बनाकर अच्छी स्थिति में थी लेकिन टीम ने इसके बाद आठ गेंद में सिर्फ एक रन जोड़कर बाकी बचे पांचों विकेट गंवा दिए और उसे हार का सामना करना पड़ा।
दीप्ति और शेफाली की धारदार गेंदबाजी से पहले दो युवा स्पिनरों आफ स्पिनर मीनू मणि (नौ रन पर दो विकेट) और बाएं हाथ की स्पिनर अनुषा बारेड्डी (20 रन पर एक विकेट) ने भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई।
शेफाली ने अपने तीनों विकेट मैच के अंतिम ओवर में चटकाए जिसमें बांग्लादेश को जीत के लिए 10 रन की दरकार थी जबकि उसके चार विकेट शेष थे। इस ओवर में सिर्फ एक रन बना।
बांग्लादेश के लिए कप्तान निगार सुल्ताना 55 गेंद में 38 रन बनाकर शीर्ष स्कोर रहीं। वह दोहरे अंक में पहुंचने वाली बांग्लादेश की एकमात्र बल्लेबाज रहीं।
निगार के पास बांग्लादेश को जीत दिलाने का मौका था लेकिन 19वें ओवर में दीप्ति की गेंद पर विकेटकीपर यस्तिका भाटिया ने उन्हें स्टंप कर दिया जिसके बाद निचले क्रम के बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए।
निगार ने मैच के बाद कहा, ‘‘गेंदबाजों ने भारत को कम स्कोर पर रोककर अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे मैच को खत्म करना चाहिए था। मुझे लगता है कि हमें उस तरह की शुरुआत नहीं मिली जिसकी जरूरत थी। अब नजरें अंतिम मैच पर हैं।’’
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने युवा स्पिनरों मीनू और अनुषा की सराहना की। उन्होंने मैच के बाद कहा, ‘‘इस श्रृंखला में हमारे पास कुछ युवा गेंदबाज हैं जो जिम्मेदारी लेंगे और हमारे लिए गेंदबाजी करेंगे। महत्वपूर्ण है कि हम उन पर भरोसा करें। हम उन्हें मैदान पर छिपाने वाले नहीं हैं।’’
भारतीय सीनियर टीम में जगह बनाने वाले केरल की पहली महिला मीनू ने शमीमा सुल्ताना (05) को शेफाली के हाथों कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई।
भारत को दोनों छोर से स्पिनरों से गेंदबाजी कराने का फायदा मिला। दीप्ति ने शथी रानी (05) को पवेलियन भेजा जिनका पहली स्लिप में कप्तान हरनमप्रीत ने एक साथ से शानदार कैच लपका।
बांग्लादेश की कप्तान निगार ने हालांकि शोर्ना अख्तर (07) के साथ मिलकर 34 रन जोड़कर मेजबान टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। दीप्ति ने शोर्ना को अपनी ही गेंद पर लपककर इस साझेदारी को तोड़ा जिसके बाद भारत ने जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की।
इससे पहले हरमनप्रीत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया । स्मृति मंधाना (13 गेंद में 13 रन) और शेफाली (14 गेंद में 19 रन) ने टीम को अच्छी शुरूआत दी । भारत ने 26 गेंद के बाद बिना किसी नुकसान के 33 रन बनाये थे लेकिन आधी टीम 13 . 1 ओवर में 58 के योग पर पवेलियन लौट गई ।
सुल्ताना ने शेफाली और हरमनप्रीत को लगातार गेंदों पर आउट किया ।
बाएं हाथ की स्पिनर नाहिदा अख्तर ने मंधाना का कीमती विकेट लिया जो स्लॉग स्वीप खेलने के प्रयास में बोल्ड हो गई ।
अगले ओवर में सुल्ताना ने शेफाली को मिड आफ पर लपकवाया । वहीं हरमनप्रीत अतिरिक्त उछाल लेती गेंद पर चकमा खा गई और उनका आफ स्टंप उखड़ गया ।
जेमिमा ने 21 गेंद में आठ रन बनाये और वह राबिया खान का शिकार हुई।
अनुभवी सलमा खातून की जगह खेल रही फाहिमा खातून ने यस्तिका भाटिया (11) और दीप्ति शर्मा (10) के विकेट लिये ।
भारत ने पहला टी20 सात विकेट से जीतने वाली टीम में कोई बदलाव नहीं किया था ।
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