ग्रेटर नोएडा: लवप्रीत सिंह और पूर्णिमा पांडे ने राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप के आखिरी दिन अपने-अपने वर्ग में पदक जीते जिससे भारत ने रविवार को यहां अपना अभियान 20 पदकों के साथ खत्म किया. पिछले सत्र में रजत पदक जीतने वाले लवप्रीत ने पुरूषों के 109 किग्रा वर्ग में रजत जबकि गत चैम्पियन पूर्णिमा ने कांस्य पदक जीता.
पंजाब के लवप्रीत ने कुल 341 किग्रा (154 किग्रा + 187 किग्रा) वजन उठाकर एक बार फिर दूसरा स्थान हासिल किया. वह हालांकि बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के 355 किग्रा (163 किग्रा + 192 किग्रा) के पदक जीतने वाले प्रयास को दोहराने में नाकाम रहे. Asian Athletics Championships: भारत 27 पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा, ज्योति याराजी और पारूल चौधरी ने प्रतियोगिता में अपना दूसरा पदक जीता
फिजी के तनिएला तुईसुवा रैनिबोगी ने 363 किग्रा (163 किग्रा+200 किग्रा) के साथ स्वर्ण जबकि इंग्लैंड के एंड्रयू ग्रिफिथ्स 340 किग्रा (155 किग्रा + 185 किग्रा) के साथ इस स्पर्धा का कांस्य पदक जीता. महिलाओं के 87 किग्रा से अधिक के वजन वर्ग में गत चैम्पियन पूर्णिमा इस बार कांस्य पदक ही जीत सकीं. पूर्णिमा ने 227 किग्रा (102 किग्रा + 125 किग्रा) उठाया, जो उनके 2021 के कुल वजन से दो किलोग्राम कम है.
इस स्पर्धा का स्वर्ण और रजत पदक समोआ की खिलाड़ियों ने जीता. लुनियारा सिपाया 262 किग्रा (110 किग्रा + 152 किग्रा) और लेसिला फियापुले 250 किग्रा (110 किग्रा + 140 किग्रा) ने क्रमश: स्वर्ण और रजत पदक जीते.
जूनियर वर्ग (109 किग्रा से अधिक) में भारत के परमवीर सिंह और केशव बिस्सा पहले और दूसरे स्थान पर रहे. भारत ने सीनियर स्पर्धाओं में 19 भारोत्तोलकों को मैदान में उतारा था, जिनमें से नौ ने स्वर्ण पदक जीतने वाला प्रदर्शन किया. नौ स्वर्ण पदक विजेताओं में कोमल कोहर (45 किग्रा), ज्ञानेश्वरी यादव (49 किग्रा), पोपी हजारिका (59 किग्रा), एस निरुपमा (64 किग्रा), वंशिता वर्मा (81 किग्रा), मुकुंद अहेर (55 किग्रा), शुभम टोडकर (61 किग्रा), अजित एन (73 किग्रा) और अजय सिंह (81 किग्रा) शामिल है.
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