रायपुर, एक दिसंबर भारत ने अपने स्पिनरों की मदद से शुक्रवार को यहां चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में हाल में वनडे विश्व चैम्पियन बनी आस्ट्रेलिया को 20 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली।
इस तरह सूर्यकुमार यादव ने कप्तान के तौर पर अपनी पहली श्रृंखला में जीत हासिल की।
पिछले तीन मैचों की तुलना में इस मुकाबले का स्कोर काफी कम रहा लेकिन भारतीय गेंदबाजों विशेषकर स्पिनर अक्षर पटेल (16 रन देकर तीन विकेट) और रवि बिश्नोई (17 रन देकर एक विकेट) के शानदार प्रदर्शन से आस्ट्रेलिया सात विकेट पर 154 रन ही बना सकी।
भारत ने यशस्वी जायसवाल (37 रन) और रूतुराज गायकवाड़ (32 रन) की पारियों के बाद रिंकू सिंह के 29 गेंद में 46 रन और जितेश शर्मा के 19 गेंद में 35 रन की बदौलत 20 ओवर में नौ विकेट पर 174 रन बनाये।
इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी आस्ट्रेलिया को ट्रेविस हेड ने तेज शुरूआत करायी, जिन्होंने 16 गेंद में पांच चौके और एक छक्के से 31 रन बनाये।
पर पावरप्ले में आस्ट्रेलिया ने 52 रन तक हेड और जोश फिलिप (08) के रूप में दो विकेट गंवा दिये। रवि बिश्नोई ने फिलिप का जबकि अक्षर पटेल ने हेड का विकेट झटका।
बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने फिर आरोन हार्डी (08) और बेन मैकडरमोट (19) को आउट कर आस्ट्रेलिया को करारे झटके दिये। टीम ने 87 रन पर चार विकेट गंवा दिये।
दीपक चाहर ने टिम डेविड (19 रन) और मैथ्यू शॉर्ट (22 रन) के विकेट झटककर उनकी बड़ी पारी खेलने की उम्मीदों पर विराम लगा दिया।
आस्ट्रेलिया ने 17वें ओवर तक 126 रन पर छह विकेट गंवा दिये थे।
मैथ्यू वेड (नाबाद 36 रन) क्रीज पर थे तो टीम को उनसे उम्मीद बंधी थी लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। पर वह टीम के लिए सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी रहे।
इससे पहले भारत का 18.3 ओवर में स्कोर चार विकेट पर 167 रन था लेकिन टीम ने अंतिम दो ओवर में महज सात रन में पांच विकेट गंवा दिये। इसमें आस्ट्रेलियाई गेंदबाज बेन ड्वारशुइस (40 रन देकर तीन विकेट) और जेसन बेहरेनडोर्फ (32 रन देकर दो विकेट) ने अहम भूमिका निभायी।
आस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया और आरोन हार्डी ने मेडन ओवर से शुरूआत की। यशस्वी जायसवाल (28 गेंद में 37 रन) ने बेहरेनडोर्फ पर खूबसूरत कवर ड्राइव से शुरूआत की।
जायसवाल ने ड्वारशुइस पर तीसरे ओवर में तीन चौके जड़कर भारतीय टीम के लिये लय बनायी।
रूतुराज गायकवाड़ (28 गेंद में 32 रन) दूसरे छोर पर शांत थे और जायसवाल को तेजी से रन बनाते हुए देख रहे थे। लेकिन चौथे ओवर में जैसे ही उन्हें पहला मौका मिला, उन्होंने बेहरेनडोर्फ की गेंद पर शानदार चौका जड़कर अपना खाता खोला।
जायसवाल की आक्रामक बल्लेबाजी जारी रही और उन्होंने पदार्पण कर रहे स्पिनर क्रिस ग्रीन पर ऑफ साइड में चौका जड़ने के बाद उन पर मिडविकेट पर गगनदायी छक्का जमा दिया।
रन गति पर लगाम कसने के लिए हार्डी को गेंदबाजी पर लगाया गया और जायसवाल ने उन पर चौका जड़ दिया। लेकिन प्रतिद्वंद्वी टीम को हार्डी को लगाने का फैसला सही साबित हुआ और आस्ट्रेलिया ने इस बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज के रूप में मेजबानों को पहला झटका दिया।
बेन मैकडरमोट ने भागते हुए मिड ऑन पर जायसवाल का अच्छा कैच लपका जिससे पावरप्ले में भारत ने एक विकेट पर 50 रन बना लिये थे।
उप कप्तान श्रेयस अय्यर (08) लेग स्पिनर तनवीर संघा को हिट करने के प्रयास में लांग ऑन में ग्रीन को कैच दे बैठे।
कप्तान सूर्यकुमार यादव (01) आते ही चलते बने जिससे स्कोर तीन विकेट पर 63 रन हो गया और शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में मौजूद दर्शक मायूस हो गये।
पर रिंकू सिंह के आते ही दर्शकों को खुशी मनाने का मौका मिला। रिंकू और रूतुराज ने चौथे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। किन्तु संघा ने रूतुराज को आउट कर यह भागीदारी तोड़ दी।
रिंकू ने अपनी लप्पेबाजी जारी रखी और उन्हें जितेश के रूप में अच्छा साथी मिला जिससे दोनों ने महज 29 गेंद में 50 रन जोड़ दिये और भारत की रन गति में इजाफा हुआ।
जितेश हालांकि ड्वारशुइस का शिकार हो गये जिसके बाद भारत ने लगातार विकेट गंवा दिये।
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